Vrihud Hastrekha Shastra By Narayan Dutt In Hindi PDF Free Download || वृहुद हस्तरेखा शास्त्र नारायण दत्त द्वारा हिंदी में पीडीएफ मुफ्त डाउनलोड
Palmistry or Chiromancy (also spelled keromancy, which is derived from the Greek words cheir (χειρ) “Hand” and Manteia (μαντεία) (guess)) is the practice of describing signs and predictions by reading the palm. There is art which is also called palm study or palmistry. The use of this art is seen all over the world with many cultural variations. Those who read palms are also commonly called palmists, palm readers, hand readers, palm analysts or palmists.
Palmistry is generally considered a pseudoscience. The information outlined below is briefly the main elements of modern palmistry, the interpretations of many of the various lines are often contradictory, and palmists are divided into various “schools” (streams or camps).
हस्तरेखा शास्त्र या काइरमैन्सी (जिसेकेरोमन्सी ऐसे भी लिखा जाता है, जो यूनानी शब्द चेइर (cheir) (χειρ) “हाथ” और मंटिया (manteia) (μαντεία) (अनुमान) से बना है) हथेली को पढ़कर लक्षण का वर्णन और भविष्य बताने की कला है जिसे हस्तरेखा अध्ययन या हस्तरेखा शास्त्र भी कहा जाता है। इस कला का प्रयोग कई सांस्कृतिक विविधताओं के साथ दुनिया भर में देखा जाता है। जो हस्तरेखा पढ़ते हैं, उन्हें आम तौर पर हस्तरेखाविद्, हथेली पढ़ने वाला, हाथ पढ़ने वाला, हस्तरेखा विश्लेषक या हस्तरेखा शास्त्री भी कहा जाता है।
हस्तरेखा शास्त्र को आम तौर पर छद्म विज्ञान माना जाता है। नीचे उल्लिखित जानकारी संक्षेप में आधुनिक हस्तरेखा शास्त्र के मुख्य तत्व है, जिनमें से कई विभिन्न रेखाओं की व्याख्या अक्सर विरोधाभासी होती हैं और हस्तरेखाविद विभिन्न “स्कूलों”(धाराओं या खेमों) में बंटे होते हैं