गरीब बस्तियों , झुग्गियों में रहने वाले महिलाओं के स्वास्थ्य का रखती हैं विशेष खयाल , प्रधानमंत्री तक कर चुके हैं प्रशंसा !
स्वस्थ शरीर जीवन जीने का मूल आधार है ! स्वस्थ रहकर हीं हमसभी जिंदगी को बेहतर तरीके से जी सकते हैं , स्वास्थ्य हमारे जिंदगी का ऐसा हिस्सा है जिसके प्रति संजीदगी आवश्यक है ! आज के परिवेश में जब लोगों की स्वास्थ्य संबंधी तकलीफें बढती जा रही हैं ऐसे में उनके सामने स्वस्थ रहने की चुनौती मुँह बाए खड़ी है ! आज हम स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक ऐसी हीं वीरांगना अर्पणा कपूरिया की कहानी लाएँ हैं जो लोगों को स्वास्थ्य के प्रति ना सिर्फ जागरूक कर रही हैं बल्कि उनके बीच जाकर स्वास्थ्य संबंधी सामग्री भी वितरित कर रही हैं !
कुछ इस तरह हुई सफर की शुरूआत
अर्पणा मूल रूप से उत्तरप्रदेश के बनारस की रहने वाली हैं ! उनके पिता को कैंसर था ! इतनी बड़ी बिमारी होने के कारण उसका इलाज बहुत महँगा था , दवाइयाँ बहुत महँगी आती थी ! उन्होंने अपने पिता के इलाज के दौरान हुई समस्याओं को झेलते हुए दूसरों की समस्याओं को बहुत करीब से देखा ! लोगों की इलाज संबंधी समस्याओं को देखकर अर्पणा के मन में समाज को स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूक करने और जेनेरिक दवाओं को बढावा देने का विचार आया और यहीं से अर्पणा के स्वास्थ्य संबंधी कार्यों की शुरुआत हो गई !
जागरूकता अभियान व कैंप कर स्वास्थ्य संबंधी दवाओं व अन्य सामग्रियों का वितरण
अर्पणा अब दिल्ली के करोल बाग में रहती हैं ! उन्होंने “तरनि फाउंडेशन” की स्थापना की है ! इसके तहत वे दिल्ली के विद्यालयों में छात्राओं के लिए चिकित्सा कैंप लगाती हैं , वहाँ छात्राओं को मासिक धर्म के प्रति जागरूक कर सैनेटरी नैपकिन वितरित करती हैं ! इसके साथ कैल्शियम और आयरन गोली की उनकी जिंदगी में महत्ता से भी उन्हें अवगत कराती हैं ! वह मासिक धर्म स्वच्छता के लिए “महिला मित्र” के नाम से महिलाओं की टोलियाँ बनाती हैं ! जो उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक महिलाओं व लड़कियों को जागरूक करने का काम करती है तथा उन्हें स्वच्छ रहने के साधन भी उपलब्ध करवाती हैं ! वह प्रधानमंत्री जन औषधी अभियान से जुड़कर उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में आठ जन औषधी केन्द्रों के माध्यम से लोगों को सस्ती दवाएँ पहुँचा रही हैं ! इसके साथ वे दिल्ली और उसके आस-पास झुग्गी-झोपड़ियों , बस्तियों , गाँव की महिलाओं व लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं ! आज जब देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की स्थिति है , बाहर से आवागमन बन्द है ऐसे में वे अपने आस-पास की बस्तियों व अनाथालयों में सैनेटरी पैड वितरित कर रही हैं !
अपने प्रयासों से कर चुकी हैं हजारों को लाभान्वित
अर्पणा निरन्तर रूप से जागरूकता अभियान , सैनेटरी पैड व अन्य चिकित्सीय सामग्री वितरण कर रही हैं ! वह दिल्ली के अलावा , गाजियाबाद के साथ एनसीआर के कई जिलों में कुल मिलाकर 10 हजार से भी अधिक महिलाओं व युवतियों को जागरूक कर चुकी हैं ! उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में अर्पणा के प्रयासों से लाभान्वित हुए महिलाओं और लड़कियों को अगर इसमें जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 25 हजार से भी अधिक जा पहुँचती है !
प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं प्रशंसा
अर्पणा के द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे बेहतर व उल्लेखनीय प्रयासों की आहट प्रधानमंत्री तक जा पहुँची ! इसी मार्च में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जन औषधी अभियान से जुड़े लोगों और उसके लाभार्थियों से बात कर रहे थे तो उसमें उन्होंने अर्पणा द्वारा किए जा रहे प्रयासों को खूब सराहा ! प्रधानमंत्री को अर्पणा का वह प्रयास बेहद पसंद आया जिसमें वह महिलाओं की टोलियाँ बनाकर अन्य महिलाओं को मासिक घर्म स्वच्छता के लिए जागरूक करती हैं !
अर्पणा कपूरिया जिस तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने प्रभावकारी व निरन्तर चलने वाले प्रयासों से महिलाओं और लड़कियों को जागरूक कर रही हैं , गरीबों में दवा वितरण कर रही हैं , सैनेटरी पैड व अन्य चीजें मुहैया करवा रही हैं , उनके सभी कार्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं ! Logically अर्पणा जी द्वारा किए जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करता है !