बिहार की बेटी ने किया कमाल, पिता हैं मजदूर और बेटी ने केरल के यूनिवर्सिटी में किया टॉप:पायल
अपनी काबिलियत से सबको प्रेरित करना हमारे देश की बेटियां भली-भांति जानती हैं। इन्होंने अपने सफलता का परचम सभी क्षेत्रों में लहराया है। परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, इन्हें उसका सामना करना बखूबी आता है। आपको पहले भी देश की बेटियों की सफलता की कहानियों से रूबरू कराया जा चुका है। आज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। यह कहानी बिहार प्रान्त के निवासी “पायल कुमारी” की है जिसने “केरल यूनिवर्सिटी” की परीक्षा में टॉप कर बिहार राज्य का नाम रौशन किया है।
पायल कुमारी
पायल कुमारी (Payal कुमारी) का जन्म बिहार (Bihar) के शेखपुरा (Shekhpura) जिले में स्थित एक गांव में हुआ। बिहार में कल कारखाने के ना होने के वजह से बहुत से लोग यहां से अन्य शहरों में जाकर नौकरी ढूंढ अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। यहां की पढ़ाई और अर्थव्यवस्था भी काफी कमजोर है। कुछ लोगों के लिए यहां रहकर अपने सपने को पूरा कर पाना मुश्किल हो जाता है।
पिता करते हैं दुकान पर मजदूरी
अपने परिवार को एक खुशहाल ज़िन्दगी देने के लिए पायल के पिता उन्हें केरल ले गये। पायल के पिता का नाम प्रमोद कुमार (Pramod kumar) है। इन्होंने केरल जा कर नौकरी ढूंढ़ी और वहीं रहने लगे। कुछ दिनों बाद यह अपने परिवार के साथ केरल (kerala) में स्थित एर्नाकुलम (Ernakulam) स्थान पर निवास करने लगें। प्रमोद एक हार्डवेयर की दुकान में काम कर घर का खर्चा चलाते हैं।
पायल 12वीं में 95% अंक प्राप्त किए
बिहार की लड़की पायल ने केरल में स्थित “महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी (Mahatma Gandhi Univercity) ” में टॉप कर सभी छात्राओं का मनोबल बढ़ाया। साथ ही अपने माता-पिता का सर भी गर्व से ऊंचा किया। पायल ने अपनी पढ़ाई जो केरल का हाईएस्ट कॉलेज है (Mar Thoma College) से सम्पन्न की। इन्होंने 10वीं में 83% अंक और 12वीं में 95% अंक हासिल कियें।
कॉलेज ने की मदद
पायल पढ़ने में होनहार थी। इसलिए सभी शिक्षक उन्हें जानते थें। घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ने के कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई को कुछ समय के लिए विराम दे दी। जब उनकी इस स्थिति की जानकारी कॉलेज को लगी तो उन्होंने पायल के पढ़ाई में काफी हद तक मदद की।
जिस तरह हमारे देश की बेटियां अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं, वह सराहनीय है। पायल ने जो पढ़ाई में अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल की है, इसके लिए इन्हें शुभकामनाएं देता है और उनसे यह उम्मीद भी करता है कि वह सफलता की उस ऊंचाई पर पंहुचे जिससे वह सबके लिए प्रेरणात्मक साबित हों।