समाज के भेदभाव ने सांवले रंग को धीरे-धीरे ‘कुरूप’ का परिभाषा दे दिया, लेकिन खूबसूरत तो वो भी हैं: ब्लैक शेड ऑफ ब्यूटी
एक घर में बच्ची का जन्म हुआ। बच्ची सांवले रंग की है। छोटी-छोटी आंखें, गुलाबी रंग के होंठ, फूले-फूले गाल। बिल्कुल नन्हीं-सी परी लगती है। हाल के कुछ दिनों में हंसना सीखी है। दांत नहीं आए हैं अभी उसके पर वैसे ही अपना छोटा-सा मुंह खोलकर बहुत ही खिलखिलाकर हंसती है। कुल मिलाकर बहुत ही प्यारी है। सब कहते हैं, अपने पिता पर गई है और जान भी तो है वह अपने पिता की। लेकिन उसके बारे में बताते हुए सब यही कहते हैं, मेरी बेटी सांवली है पर बहुत प्यारी है। ये ‘पर’ क्यों आ जाता है बीच में, पता नहीं।
ऐसे में जब वह बड़ी होगी। स्कूल में ब्यूटीफुल और उसका उल्टा शब्द अग्ली जनेगी। ब्यूटीफुल जहां गोरे रंग की लडकी की तस्वीर बनी होगी। कहानियों की किताबों में परियों की तस्वीर देखेगी जो सिर्फ और सिर्फ गोरे रंग की होगी। क्या शुरुआत में वह शब्द ब्यूटीफुल और परियों की तस्वीर में अपने रंग की लड़कियां नहीं ढूंढेगी?? फिर टी.वी. में जब अलग-अलग कॉस्मेटिक्स का प्रचार देखेगी जो गोरे रंग को ही ख़ूबसूरत बताएंगे। पार्टी फंक्शंस में गोरे रंग की लड़कियों की तारीफ़ होते सुनेगी। फिर क्या.. वह भी नहीं भागने लगेगी इस ब्यूटीफुल बनने के रेस में। अलग अलग तरह के साबुन, क्रीम, फेस वॉश, दादी मां के नुस्खे.. इन सब में ही ख़ुद का वजूद नहीं ढूंढ़ने लगेगी?? तब क्या उसे कोई बताएगा “नो डियर, एवरी शेड इज ब्यूटीफुल।” कोई बता भी दे तो क्या उसे यह बात तसल्ली दे पाएगी कि यस, एवरी शेड इज ब्यूटीफुल। फोन में तस्वीर लेते वक़्त क्या किसी ब्यूटी ऐप का इस्तेमाल नहीं करेगी?? सोशल मीडिया पर तस्वीर डालते से पहले क्या किसी एडिटिंग ऐप का इस्तेमाल नहीं करेगी??
करेगी…. क्योंकि हम सांवले रंग की परवरिश ही इस मैसेज के साथ करते हैं कि एवरी शेड इज नॉट ब्यूटीफुल। प्रत्यक्ष रूप से हम कभी उसे यह नहीं कहते पर अप्रत्यक्ष रूप से हर बार उसे इस बात का एहसास कराते हैं। अनजाने में हम किसी को कितनी तकलीफ़ पहुंचाते हैं, हम नहीं समझ पाते हैं। सांवले या काले रंग को नहीं स्वीकार करने वाले और गोरे रंग को ही ख़ूबसूरत बताने वाले हम जैसे लोग ही “Black Lives Matter” पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं।
ख़ैर एक ज़माने से चली आ रही ब्यूटीफुल और अग्ली की यह निर्धारित परिभाषा अब हमें बदलना होगा। ‘एवरी शेड इज ब्यूटीफुल’ सिर्फ़ कहना ही नहीं मानना भी होगा। “मेरी बेटी सांवली है पर बहुत प्यारी है” से ‘पर’ हटाकर ‘और’ लगाना होगा। मेरी बेटी सांवली है और बहुत प्यारी है। इस बदलाव के लिए तैयार है। अब आपकी बारी है। एक क़दम बदलाव की ओर….