Autobiogaphy of Pandit Nehru Book/Pustak Pdf Free Download || पंडित नेहरू जीवनी
तुम्हारी नेदना और तुम्हारे संगी की वेदना पात्र तो निःसीमा को चुनौती देती दीख पड़ रही है।
हमारे प्रान्त के लिए, हमारे मुल्क के लिए, हमारे समाज के लिए, तुम क्या हो और दया रही हो यह भी जानते है । तुमने हमारे प्रान्त को धीर आदर्श सेवा का यो परदान दिया पदम्दारे ही मनुरूप है।
मोतीलाल मेइरकू की पुष-पधू और जवाहरलाल की राहमिणी हे देवि तुम महान हो। त्याग में तुम्हारा समय तो हमें नयर नहीं ता।
तुम देदनामयी सेवानयी तप-गयी, प्मा-मयी मूर्तिमयी क्या हो। हमारे सूबे को तुम पर गार है। तुम गमाइरताल की शक्ति हो ।
दमें याद है उन दिनों जब हमारे सूबे ने और हरू मे असहयोग का भन अमत मंग खौणा था राय तुमने इस सूबै की महिलारथी में देश-भकि और त्याग की अनुसरण लता का भाव उत्पन किया था तुम्हारे उदाहरण से इस सूबे का महिला-गंडत बहुत अशों तक उत्पादित और प्रा्ोदित हुआ है।