हमारे श्री महाराज जी ब्रह्मचारी शिवानंद | Brahmachari Shivanand Hamare Shri Maharaj Ji Biography In Hindi Book/Pustak PDF Free Download
परम पूज्यपाद श्रीमहाराजजीकी जीवनकथा लिखी जाय। परन्तु वह काम हो कैसे? हमारे पास ऐसा कोई साधन नहीं था जिससे हम उनके प्रारम्भिक जीवनका विवरण संकलित कर सकें।
तब ने उनसे ही पूछ-पूछकर कुछ बातें लिखनी आरम्भ की परम पालु तो वे ही मैं जो पूछता बता देते थे। इस प्रकार की उन्हींकी पासे हम उनके विषयमकुछ सामग्री सञ्चित करने में समर्थ हुए।
पीछे यथासमय मैंने उन्हें क्रमबद्ध करके लिखना आरम्भ किया और प्रायः सौ पृष्ठ लिख भी लिये। किन्तु फिर लेखनी रुक गयी और मुझे ऐसा अनुभव होने लगा कि मैं उनको जीवन कथा लिखनेका अधिकारी नहीं हूँ।
प्रत्येक कार्य किसी योग्य अधिकारी के द्वारा सम्पन्न होनेपर ही सफल होता है। सर्वान्तर्यामी हरि जिससे जो काम कराना चाहते हैं उसीके हृदयको उसके लिए प्रेरित करते हैं. और वहीं उसमें सफल भी होता है।……….