वैराग्य शतकम् || Vairagya Shatakam
भर्तृहरि द्वारा विरचित निम्नलिखित तीन ग्रन्थों को सम्मिलित रूप से शतकत्रय कहते हैं। दक्षिण भारत में 'सुभाषित त्रिशति' भी कहते...
भर्तृहरि द्वारा विरचित निम्नलिखित तीन ग्रन्थों को सम्मिलित रूप से शतकत्रय कहते हैं। दक्षिण भारत में 'सुभाषित त्रिशति' भी कहते...
नीतिशतकम् भर्तृहरि के तीन प्रसिद्ध शतकों जिन्हें कि 'शतकत्रय' कहा जाता है, में से एक है। इसमें नीति सम्बन्धी सौ...
श्रृंगारशतकम् भर्तृहरि के तीन प्रसिद्ध शतकों (शतकत्रय) में से एक है। इसमें श्रृंगार सम्बन्धी सौ श्लोक हैं। इस रचना में...
अक्षरों की माला जो 'अ' वर्ण से प्रारम्भ होकर 'क्ष' वर्ण पर समाप्त होती है, उसे 'अक्षमाला' कहा जाता है।...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 16 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 17 सत्रहवाँ...
इससे पूर्व महाकवि कालिदास जी की महाकाव्य रघुवंशम् पञ्चम सर्ग में आपने... अज को विदर्भ के राजा भोजराज ने उन्हें...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 16 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 17 सत्रहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 15 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 16 सोलहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 14 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 15 पन्द्रहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 13 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 14 चौदहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 12 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 13 तेरहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 11 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 12 बारहवाँ...