श्रीराधा पूजन, Shri Radha Poojan
जो प्रतिदिन श्रीराधा की पूजन करता है, वह भारतवर्ष में साक्षात विष्णु के समान है। जीवन्मुक्त एवं पवित्र है। उसे...
जो प्रतिदिन श्रीराधा की पूजन करता है, वह भारतवर्ष में साक्षात विष्णु के समान है। जीवन्मुक्त एवं पवित्र है। उसे...
कार्तिक शुक्ल नवमी को द्वापर युग का प्रारम्भ हुआ है। अत: वह तिथि दान और उपवास में क्रमशः पूर्वाह्नव्यापिनी तथा...
सर्वदेव वैदिक हवन विधि - सर्वप्रथम यजमान को पूर्व या उत्तराभिमुख बैठाकर सामने चौक बनाकर उसके ऊपर गौरी-गणेश, नवग्रह ,...
जब किसी भी जातक का जन्म होता है उस समय आकाशमंडल में ग्रह-नक्षत्रों का विशेष स्थिति(दशा) उदित, अस्त,मार्गी,वक्री आदि अवस्था...
गीत जो गोपियों ने श्री कृष्ण को सुनाया था, गीत जो गोपियों ने श्री कृष्ण के विरह में गाया। जिसे...
विष्णु-पूजन-विधि: विष्णु शब्द विष् धातु से बना है, जिसका अर्थ है व्यापनशील या क्रियाशील होना अर्थात समस्त लोकों में अपनी...
सुदर्शनचक्र के इस महत्पुण्यशाली स्तोत्र का जो मनुष्य परम भक्ति से पाठ करता है, उसके ग्रहदोष और रोगादि सभी कष्ट...
श्रीसूर्यसहस्रनामस्तोत्रम् कि श्रृंखला में अभी तक आपने भविष्य पुराण व स्कन्दपुराणान्तर्गत सूर्य सहस्त्रनाम पढ़ा अब श्रीरुद्रयामल तन्त्र के श्रीदेवीरहस्य अंतर्गत...
सूर्यस्तोत्रम् - सूर्य अथवा सूरज सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा जिसके चारों तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य...
॥नरसिंहपुराणे सूर्याष्टोत्तरशतनामस्तोत्रं विश्वकर्मकृत ॥भरद्वाज उवाच — यैः स्तुतो नामभिस्तेन सविता विश्वकर्मणा । तान्यहं श्रोतुमिच्छामि वद सूत विवस्वतः ॥ १॥ सूत...
श्री भृगु संहिता सर्वारिष्ट निवारण स्तोत्र श्री भृगु ऋषि के द्वारा रचित यह स्तोत्र सभी निवारण स्तोत्रों में सर्वोत्तम है.इस...
कार्तवीर्य द्वादशनाम स्तोत्रम् || Kartavirya Dwadasa Nama Stotram || Kartavirya Dwadasanama Stotram अर्जुनः कृतवीर्यस्य सप्तद्वीपेश्वरोऽभवत् । दत्तात्रेयाद्धरेरंशात् प्राप्तयोगमहागुणः ॥ न...