श्रीदुर्गामानस पूजा || Shri Durga Manas Puja
यदि आप ऐसे स्थान पर हैं जहाँ पूजा का कोई भी सामान उपलब्ध नहीं हो सकता है और यदि आप...
यदि आप ऐसे स्थान पर हैं जहाँ पूजा का कोई भी सामान उपलब्ध नहीं हो सकता है और यदि आप...
देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा रचित सर्वश्रेष्ठ एवं कर्णप्रिय स्तुतियों में से एक है। देवी पूजन, जप, अनुष्ठान, स्तोत्र आदि...
वेदोक्त रात्रिसूक्तम् ऋग्वेद के मण्डल 10 अनुवाक 10 सूक्त 127 मंत्र 1 से 8 तक है । इस सूक्त में...
दुर्गासप्तशती के अध्याय १ में श्लोक ७०-९० तक तन्त्रोक्त रात्रिसूक्तम् कहलाता है। इसमें दैत्य मधु-कैटभ को मारने के लिए, ब्रह्मा...
पद्मपुराण के उत्तरखंड अध्याय७६ में उमामहेश्वरसंवाद के रूप में यह और्ध्वदैहिक स्तोत्र वर्णित है। ब्रह्मा द्वारा भगवान् श्रीरघुनाथजी की जो...
दुर्गा सप्तशती के परा प्रकृति व अपरा प्रकृति के शक्ति देवी की मूर्ति अर्थात् देवी के स्वरूप का विवेचन ही...
वैकृतिक : वि० 1. विकृति से संबंध रखने या उसके कारण उत्पन्न होनेवाला। 2. नैमित्तिक। प्रकृति दो प्रकार की है...
देवी के अवतारों की प्रधान प्रकृति का निरुपण कियागया है अतः इसे प्राधानिकं रहस्यम् कहा जाता है। प्राधानिक रहस्य अथ...
कुलार्णवतन्त्रोक्त में वर्णित इस दकारादि श्रीदुर्गा सहस्रनाम स्तोत्र अथवा दकारादि दुर्गा सहस्र नामावली का नित्य अथवा प्रात:, मध्याह्न और संध्याकाल(त्रिसंध्या)में...
ब्रह्मवैवर्तपुराणान्तर्गत श्रीराधा परिहार स्तोत्रम् को बतलाते हुए देवाधिदेव श्रीराधा की पूजा और स्तोत्र को विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहे...
श्रीब्रह्मवैवर्त के श्रीकृष्णजन्म खण्ड ९२ । ६३-९३ में वर्णित इस उद्धवकृत श्रीराधास्तोत्रम् को जो मनुष्य भक्तिपूर्वक पाठ करता है; उसे...
श्रीब्रह्मवैवर्त पुराण के प्रकृतिखण्ड ५६ । २८-६२ में वर्णित इस श्रीराधा श्रीराधिका जगन्मङ्गलकवचम् के लिए भगवान शिव ने कहा है...