भारत के महान ऋषि (Rishi) मुनियों के नाम व प्रकार जाने | Names of great Rishi of India
भारत के महान ऋषियों के नाम और परिचय
ऋषि अर्थात ज्ञानी, विद्वान, ब्रम्हांड को जानने वाला, भारत भूमि पर कई महान ऋषि मुनियों ने जन्म लिये, जिन्होने मानव जीवन को व्यवस्थित, क्रमबध्द व सुचारु ढंग से जीवन जीने की कला सीखाई। ऋषि मुनियो ने मात्र मनुष्य ही नही बल्कि पृथ्वी पर रहने वाले अन्य जीव जैसे- पशु, पक्षी, एवं प्राकृति को भी व्यवस्थित किया।
सर्वप्रथम ऋषि मुनियों के द्वारा ही शिक्षा को अधिक महत्व दिया गया। भारतीय भूमि पर कई ऐसे महान ऋषियों ने जन्म लिया, जिन्होने, रामायण, वेद, महाभारत, जैसे कई धार्मिक ग्रंथ व पुस्तकों की रचना की।
ऋषि मुनियों के प्रकार- Types of Rishi Muni
ऋषि मुनि सात प्रकार के होते है। – 1, ब्रह्मर्षि 2, देवर्षि 3, महर्षि, 4, परमर्षि 5, कण्डर्षि 6, श्रुतर्षि 7, राजर्षि
भारत के ऋषियों के नाम – Rishi Names in Hindi
क्र० | ऋषियों के नाम | ऋषि मुनियों की परिचय |
1. | अष्टावक्र | 1. अष्टावक्र अर्थात आठ जगहों से टेढा, कहा जाता है की ऋषि अष्टावक्र का शरीर आठ जगहो से टेढा था। 2. अष्टावक्र गीता के लेखक अष्टावक्र जी है। जो की अद्वैत वेदांत की महत्वपूर्ण ग्रंथ है। |
2. | आत्रेय | 1. ऋषि आत्रेय, ऋषि आत्रि के वंशज है। 2. ऋषि आत्रेय तक्षशिला गांधार के निवासी थे। 3. ऋषि आत्रेय आयुर्वेद के विद्वान कहे जाते है। |
3. | परशुराम (जमदग्नि ऋषि) | 1. परशुराम जी का जन्म त्रेता युग मे हुआ था। 2. परशुराम जी को भगवान विष्णु का उन्नीसहवा अवतार माना जाता है। 3. परशुराम जी का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर जिले मे हुआ था। |
4. | कणाद | कणद महान ऋषियोंं मे से एक है। जिनका जन्म …? |
5. | कपिल | 1. कपिल मुनि को सांख्यशास्त्र के प्रवर्तक के रुप मे माना जाता है। 2. कपिल मुनि का उल्लेख पुराण व महाभारत मे भी देखने को मिलता है। |
6. | कश्यप | कश्यप ऋषि (Kashyap Rishi) वैदिक ऋषियों मे से एक है। |
7. | कृपाचार्य | कृपाचार्य मुनि पांडवों और कौरवों के गुरु थे। एवं साथ चिरंजिवियों मे से एक है। |
8. | दधीचि | महर्षि दधिची वैदिक ऋषियों मे से एक है। मान्यता है की इनके अस्थि से ही इंद्रदेव वृत्रासूर का सन्हार किया था। |
9. | भारद्वाज ऋषि | 1. महर्षि भारतद्वाज के पिता का नाम वृहस्पति व माता का नाम ममता था। 2. महर्षि भारतद्वाज ने आयुर्वेद का ज्ञान इंद्रदेव से पाया था। 3. महर्षि भारद्वाज ने आयुर्वेद संहित, धनुर्वेद, व्याकरण, राजनीतिशास्त्र, यंत्रसर्वस्व, अर्थशास्त्र, पुराण, आदि अनेक ग्रंथों के रचयिता हैं। 4. महर्षि भारतद्वाज को प्रयाग का प्रथम निवासी माना जाता है। अर्थात प्रयाग की स्थापना महर्षि भारतद्वाज ने किया था, जो की अब प्रयागराज (इलाहाबाद) के नाम से जाना जाता है। |
10. | वशिष्ठ | 1. महर्षि वशिष्ठ, ब्रम्हा के मानस पुत्र व त्रिकाल दर्शी ऋषि थे। 2. महर्षि वशिष्ठ सप्तर्षि अर्थात साथ ऋषियों मे से एक थे। 3. महर्षि वशिष्ठ के पत्नि का नाम अरुंधती है। |
11. | वात्स्यायन | 1. मुनि वात्सायन का वास्तविक नाम मल्लंग वात्सायन था। जो की एक दार्शनिक थे। 2. महर्षि वात्सायन जी ने कामसूत्र व न्यायसूत्रभाष्य की रचना की है। |
12. | वाल्मीकि | 1. महर्षि वाल्मिकि जी ने रामायण की रचना की है, जो की संस्कृति भाषा लिखा गया था। |
13. | विश्वामित्र | 1. मुनि विश्वामित्र जी, वैदिक काम के विख्यात ऋषि व योगी है। |
14. | शुकदेव | 1. महर्षि शुकदेव, मुनि वेदव्यास के पुत्र है। |
15. | वेदव्यास | 1. वेदवास जी का वास्तविक नाम महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास है। 2. महर्षि वेदव्या जी ने महाभारत ग्रंथ की रचना की थी। 3. महर्षि वेदव्यास के पुत्र का नाम महर्षि शुकरात है। |
16. | विश्रवा | 1. महर्षि विश्रवा के पिता – पुलस्त्य एवं माता – हविर्भुवा था। |
17. | शुक्राचार्य | 1. असुराचार्य जो की शुक्राचार्य के नाम से जाने जाते हैं। 2. शुक्रचार्य के पिता का नाम- भृगु ऋषि (Bhrigu Rishi) व माता का नाम- दिव्या था। 3. पुराणो के अनुसार शुक्रचार्य असुरों के गुरु माने जाते है। |
महान ऋषियों के नाम – Grate Indian Rishi Names in Hindi
- अष्टावक्र
- आत्रेय
- ऋष्यशृंग
- कणाद
- कपिल
- कश्यप
- कृपाचार्य
- दधीचि
- परशुराम (जमदग्नि ऋषि)
- भारद्वाज ऋषि
- महर्षि गौतम
- वशिष्ठ
- वात्स्यायन
- वामदेव
- वाल्मीकि
- विश्रवा
- विश्वामित्र
- वेदव्यास
- शुकदेव
- शुक्राचार्य
- अगस्त्य
- दुर्वासा