सूर्य नमस्कार मंत्र 13 Surya Namaskar Mantra Lyrics With Hindi and English

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सूर्य नमस्कार मंत्र भगवान आदित्य के समक्ष सूर्यनमस्कार योग करते समय बोला जाने वाला अत्यन्त अद्भुत मंत्र (सूर्य नमस्कार श्लोक) हैं। सामान्यतः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखा में होने वाले Surya Namaskar Mantra को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता हैं। Suryanamaskar Mantra in Hindi सभी भाग निम्न प्रकार हैं:-

  1. सूर्य प्रार्थना हेतु मंत्र – सूर्य नमस्कार प्रारम्भ करने से पूर्व बोले जाने वाला मंत्र (सूर्य नमस्कार प्रार्थना)
  2. सूर्य नमस्कार करते समय बोले जाने वाले मंत्र (क्रमशः 1 से 13)
  3. सूर्य नमस्कार के समापन पर उच्चारण किये जाने वाला अन्तिम मंत्र

सूर्य नमस्कार मंत्र का प्रारम्भ (सूर्य प्रार्थना मंत्र)

सूर्यनमस्कार मंत्र का प्रारम्भ संस्कृत मंत्र ध्येय सदा सवितृमण्डल मध्यवर्ती से होता हैं जिसका उच्चाण सूर्य भगवान से प्रार्थना हेतु किया जाता हैं, Surya Pranam Mantra निम्न प्रकार हैं:-

सूर्य नमस्कार-मंत्रः


ध्येयः सदा सवितृमण्डल मध्यवर्ती
नारायणः सरसिजासन-सन्निविष्टः।
केयूरवान् मकर-कुण्डलवान् किरीटी
हारी हिरण्मय वपुर्धृत – शंख – चक्रः ॥

सूर्य नमस्कार मंत्र – क्रमशः 1 से 13 (12 Name of Sun)

विभिन्न स्थानों पर सूर्य नमस्कार के 12 मंत्रों (12 Surya Mantras With Name of Sun) का उच्चारण किया जाता है परन्तु वास्तविकता में सूर्यनमस्कार के 13 मंत्र होते है जो कि क्रमशः निम्नानुसार हैः-

  1. ॐ मित्राय नमः।
  2. ॐ रवये नमः।
  3. ॐ सूर्याय नमः।
  4. ॐ भानवे नमः।
  5. ॐ खगाय नमः।
  6. ॐ पूष्णे नमः।
  7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
  8. ॐ मरीचये नमः।
  9. ॐ आदित्याय नमः।
  10. ॐ सवित्रे नमः।
  11. ॐ अर्काय नमः।
  12. ॐ भास्कराय नमः।
  13. ॐ श्री सवितृसूर्यनारायणाय नमः।
  • उपरोक्त मंत्रों को क्रमबद्ध स्मरण रखने हेतु सभी के प्रथम अक्षर को (मि.र.सू.भा.ख. – पू.हि.म. – आ.स. – अ.भा.श्री.) याद रखा जा सकता हैं।

सूर्य नमस्कार समापन मंत्र (Surya Mantra Benefits Explanation Mantra)

सूर्य नमस्कार के अंत में जिस मंत्र (संस्कृत के श्लोक) का उच्चारण किया जाता है उसमें सूर्य भगवान को नमस्कार करते हुए सूर्य नमस्कार योग व उपरोक्त अंकित मत्रों का महत्व (Benefits of Surya Namaskar Mantra) बताया जाता हैं। सूर्य नमस्कार का अन्तिम मंत्र निम्न प्रकार हैं:-

आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने।
आयुः प्रज्ञा बलं वीर्यं तेजस्तेषां च जायते ॥

Surya Namaskar Mantra Meaning (सूर्य नमस्कार मंत्र का अर्थ)

  • Starting Suryanamaskar Mantra (First Mantra) Meaning:- सूर्य नमस्कार के प्रथम श्लोक में भगवान सूर्य से प्रार्थना की गई हैं।
  • 1 to 13 Name Mantra (Name of Surya Mantra) Meaning:- सूर्य नमस्कार के इस भाग में भगवान सूर्य की विभिन्न विशेषता को दर्शाने वाले पर्यायवाची 13 नामों का उल्लेख हैं।
  • Surya Namaskar Samapan Mantra (Last Mantra of Surya Namaskar) Meaning:- सूर्य मंत्र के अन्तिम श्लोक के अर्थ में बताया गया है कि, जो व्यक्ति नित्य-प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, उनकी आयु में, प्रज्ञा में, बल में, वीर्य (वीरता) में तथा उनके तेज में वृद्धि होती है।

Surya Namaskar in English

RSS Surya Namaskar Mantra Lyrics – 13 Surya mantra in sanskrit shloka written in English.

Om
Dheya Sada SavitriMandal Madhyavarti
Narayanah Sarsija – SananniVishtah |
Keyurvaan Makar-Kundalvana Kireetee
Haari Hiranmaya Vapudhrath – Shankh – Chakrah ||

  • Om Mitraya Namah |
  • Om Ravaye Namah |
  • Om Suryaya Namah |
  • Om Bhanave Namah |
  • Om Khagaaye Namah |
  • Om Pushne Namah |
  • Om Hiranyagarbhaya Namah|
  • Om Marichye Namah |
  • Om Aadityaya Namah |
  • Om Savitre Namah |
  • Om Arkaaya Namah |
  • Om Bhaskaraya Namah |
  • Om Shree SavitraSuryNarayanaya Namah |

Aadityasya Namaskaran Ye Kurvanti Dine Dine |
Aayuh Pragya Balam Viryam Tejasteshan Cha Jayate ||

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