Divya Dhara Yah Bharti Chalak Raha Aanand Deshbhakti Geet Lyrics || दिव्य धरा यह भारती छलक रहा आनंद देशभक्ति गीत लिरिक्स
दिव्य धरा यह भारती, छलक रहा आनंद, नव सौंदर्य संवारती, शीतल मंद सुगंध, उतारे आरती जय माँ भारती, उतारे आरती...
दिव्य धरा यह भारती, छलक रहा आनंद, नव सौंदर्य संवारती, शीतल मंद सुगंध, उतारे आरती जय माँ भारती, उतारे आरती...
कुछ करिए, कुछ करिए नस नस मेरी खोले, हाय कुछ करिए कुछ करिए, कुछ करिए बस बस बड़ा बोले, अब...
हमे बाँट ते यूँ तोड़ ते भाषा धरम के रास्ते जीने के हमारे हक़ को ये बेमोल क्यों समझते ये...
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा ये वो बंधन है जो कभी टूट नही सकता...
Galvaan Ki Ghaati Mein Shahid Veer Saputo Ko Mera Sat Sat Naman Aur Naman Hai Un Veer Saputo Ko Jo...
ऐ वतन.. आबाद रहे तू आबाद रहे तू..आबाद रहे तू ऐ वतन,वतन मेरे,आबाद रहे तू ऐ वतन,वतन मेरे,आबाद रहे तू...
भारत है पहचान मेरी और तिरंगा शान मेरी, दुनिया में सबसे न्यारा मुझे देश जान से प्यारा है । बस...
भारत हमको जान से प्यारा है, सबसे न्यारा गुलिस्तां हमारा है, सदियों से भारत भूमि, दुनिया कि शान है, भारत...
कोटि कोटि हिन्दुजन का, हम ज्वार उठा कर मानेंगे । सौगंध राम की खाते हैं, भारत को भव्य बनाएंगे ।।...
सर पे हिमालय का छत्र है, चरणों में नदियाँ एकत्र हैं, हाथों में वेदों के पत्र हैं, देश नहीं ऐसा...
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम, तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे, फूल क्या चीज़ है तेरे कदमों...
नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है मुट्ठी में है तकदीर...