maa kalratri ki aarti : मां कालरात्रि की आरती
मां कालरात्रि की आरती कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार॥ पृथ्वी...
मां कालरात्रि की आरती कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार॥ पृथ्वी...
Shri Shiv Chalisa in Hindi : भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव चालीसा का पाठ बहुत ही सहज...
परशुरामाष्टाविंशतिनामस्तोत्रम्- दुर्वासा की भाँति परशुराम भी अपने क्रोधी स्वभाव के लिए विख्यात है। एक बार कार्तवीर्य ने परशुराम की अनुपस्थिति...
नारद जी के पूछने पर भगवान श्रीनारायण ने शालिग्राम के विभिन्न लक्षण तथा महत्त्व का वर्णन किया। इसी को तुलसी...
यं वैदिका मन्त्रद्रश : पुराणा इन्द्रं यमं मातरिश्वानमाहु : I वेदान्तिनोड़निर्वचनियमेकम् यं ब्रह्मशब्देन विनिर्दिशन्ति II शैवा यमिशं शिव इत्यवोचन् यं...
बिल्वाष्टकम् - जो तीन दलों अर्थात् तीन पत्तियों से युक्त होती है,और जो तीन गुणों सत् ,रज़,तम् को दर्शाती है...
शनि ग्रह के प्रति अनेक आखयान पुराणों में प्राप्त होते हैं।शनिदेव को सूर्य पुत्र एवं कर्मफल दाता माना जाता है।...
श्री शनि चालीसा- शनि (Saturn), सूर्य से छठां ग्रह है तथा बृहस्पति के बाद सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह हैं।...
शनिमङ्गलस्तोत्रम्- खगोल विज्ञान के अनुसार शनि का व्यास १२०५०० किमी, १० किमी प्रति सेकंड की औसत गति से यह सूर्य...
ध्यान ओम सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्। ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम्।। मूल-पाठ सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।...
शिवजी के सहस्त्र नाम को विभिन्न पुराणों में लिखा गया है-जैसे महाभारत में तंडिकृत श्रीशिवसहस्रनामस्तोत्रम्, लिंगपुराण में श्रीविष्णुकृत श्रीशिवसहस्रनामस्तोत्रम्। जिसे...
शिवजी के सहस्त्र नाम श्रृंखला में आपने पूर्व में तंडिकृत शिवसहस्रनामस्तोत्रम्, श्रीविष्णुकृत शिवसहस्रनामस्तोत्रम् स्कन्दकृतशिवसहस्रनामस्तोत्रम् पढ़ा । इस क्रम की श्रृंखला...