जटायुकृत श्रीराम स्तोत्र – Jatayu Krit Shri Ram Stotra
जो पुरुष इस जटायु कृत इस श्रीराम स्तोत्र को एकाग्रचित्त से सुनता, लिखता अथवा पढ़ता है, उसका सदा कल्याण होता...
जो पुरुष इस जटायु कृत इस श्रीराम स्तोत्र को एकाग्रचित्त से सुनता, लिखता अथवा पढ़ता है, उसका सदा कल्याण होता...
श्रीमदध्यात्मरामायण के युद्धकाण्ड में वर्णित इन्द्रकृत यह श्रीराम स्तोत्र दुःखसमूह का नाश करने वाला और सब प्रकार आनन्द देनेवाले है।...
भगवान् राम और माता सीता के इस श्रीसीतारामाष्टक का जो पाठ करता है उनके सारे अनिष्टों का नाश हो जाता...
जामातामुनि कृत इस श्रीराममङ्गलाशासन का जो साधक नित्य पाठ करता है उनके जीवन में सब मंगल-ही मंगल होता है। ||...
रुद्रयामल तंत्र पटल १६ में आज्ञाचक्र का भुवन करण सामर्थ्यं वर्णित है। वहाँ पर अधोमण्डलमण्डित द्विबिन्दुनिलय के द्विदल स्थान में...
मुण्डमालातन्त्र (रसिक मोहन विरचित तृतीय पटल) पटल ९ में दुर्गामार्ग के विषय में कहा गया है। || मुण्डमालातन्त्रम् (रसिक मोहन...
तुलसी उपनिषद् -तुलसी के महिमा का वर्णन वेदों तथा पुराणों में भी किया गया है। यह अनेक प्रकार के रस...
जो पुरुष इस रामाष्टक को एकाग्रचित्त से निरन्तर पढ़ता है, उसे किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं होता है।...
रुद्रयामल तंत्र पटल १४ में आज्ञाचक्र का ही विस्तार है। भरणी आदि २७ नक्षत्रों के स्वरूप एवं फल का विस्तार...
इस पित्रृपक्ष अपने पितरों को सपिण्डन श्राद्ध देकर पितरदेव बनावें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें। आजकल प्रायः देखा जा रहा...
जो मनुष्य यामुनाचार्य के द्वारा रचित इस दिव्य तथा कल्याणदायक श्रीरामप्रेमाष्टक-स्तोत्र का शुद्धभाव से पाठ करता है, भगवान् श्रीरामचन्द्रजी उसके...
जो मनुष्य प्रातःकाल श्रद्धा-भक्ति सहित कवि अमरदासकृत इस सुन्दर श्रीरामचन्द्राष्टक का पाठ करता है, उनके सारे भय दूर हो जाता...