अग्निपुराण अध्याय २९ || Agni Puran Adhyay 29, Agni Puran Chapter 29 अग्निपुराण उन्तीसवाँ अध्याय
अग्निपुराण अध्याय २९ मन्त्र - साधन-विधि, सर्वतोभद्रादि मण्डलों के लक्षण का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः २९- सर्वतोभद्रमण्डलकथनम् नारद उवाच साधकः...
अग्निपुराण अध्याय २९ मन्त्र - साधन-विधि, सर्वतोभद्रादि मण्डलों के लक्षण का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः २९- सर्वतोभद्रमण्डलकथनम् नारद उवाच साधकः...
स्तोत्र श्रृंखला में श्रीमद् शङ्कराचार्यविरचित साधनपंचक को जो मनुष्य स्थिरचित्त से प्रतिदिन पाठ करता है, उसके मन में शान्ति प्राप्त...
रुद्रयामल तंत्र पटल ११ में दिव्य, वीर एवं पशु भाव का प्रतिपादन है। भाव से ही सब कुछ प्राप्त होता...
रुद्रयामल तंत्र पटल १२ में काम चक्र के स्वरूप का प्रतिपादन है। इस चक्र का सम्पाद किस रीति से करना...
अग्निपुराण अध्याय ३० भद्रमण्डल आदि की पूजन विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ३०- मण्डलविधिः नारद उवाच मध्ये पद्मे यदेद्ब्रह्म...
अग्निपुराण अध्याय ३२ निर्वाणादि-दीक्षा की सिद्धि के उद्देश्य से सम्पादनीय संस्कारों का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ३२- संस्कारकथनं अथ द्वात्रिंशोऽध्यायः...
वेद-पुराणों के माध्यम से मनुष्यों को आध्यात्मिक जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है. स्मृतियों, उपनिषदों और पुराणों से भी वैदिक...
अग्निपुराण अध्याय ३३ पवित्रारोपण, भूतशुद्धि, योगपीठस्थ देवताओं तथा प्रधान देवता के पार्षद- आवरणदेवों की पूजा का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः...
रुद्रयामल तंत्र पटल १८ में भगवती के कामचक्र का वर्णन है जिसमें वर्णो से किए गए प्रश्न का निर्णय प्रतिपादित...
रुद्रयामल तंत्र पटल १९ में प्रश्न चक्र के मध्य षडाधार के भेदन का वर्णन है। फिर निर्विकल्पादि साधनभूत कालचक्र के...
रुद्रयामल तंत्र पटल २१ में योगमार्गं के अनुसार सर्वसिद्धिप्रद वीरभाव का साधन कहा गया है। महायोग तो वेदाधीन है, और...
अग्निपुराण अध्याय ३४ पवित्रारोपण के लिये पूजा-होमादि की विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ३४- होमादिविधिः अग्निरुवाच विशेदनेन मन्त्रेण यागस्थानञ्च...