रुद्रयामल तंत्र पटल ५ || Rudrayamal Tantra Patal 5
रुद्रयामल तंत्र पटल ५ में में मन्त्र संस्कार के किए महा अकथह चक्र की रचनाविधि वर्णित है । तत्स्थान स्थित...
रुद्रयामल तंत्र पटल ५ में में मन्त्र संस्कार के किए महा अकथह चक्र की रचनाविधि वर्णित है । तत्स्थान स्थित...
रुद्रयामल तंत्र पटल ६ में पशुभाव (५-६०), वीरभाव एवं दिव्य भाव (६१- ८२) साधन के फलों को क्रमशः कहा गया...
रुद्रयामल तंत्र पटल ७ में कुमारी पूजन का विधान है। आत्मध्यानपरायण पशुभावापन्न साधक के द्वारा कुमारी पूजा की जाती है।...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 19 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 20 बीसवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 18 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 19 उन्नीसवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 17 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 18 अठारहवाँ...
भारतवर्ष में सत्यनारायण व्रत-कथा अत्यंत लोकप्रिय है और जनता-जनार्दन में इसका प्रचार-प्रसार भी सर्वाधिक है । भारतीय सनातन परम्परा में...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 16 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 17 सत्रहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 16 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 17 सत्रहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 15 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 16 सोलहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 14 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 15 पन्द्रहवाँ...
इससे पूर्व आपने शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता – अध्याय 13 पढ़ा, अब शिवमहापुराण – रुद्रसंहिता सृष्टिखण्ड – अध्याय 14 चौदहवाँ...