कुमारी तर्पणात्मक स्तोत्र || Kumari Tarpanaatmak Stotra
जो मनुष्य इस कुमारी तर्पणात्मक स्तोत्र को पढ़ता है वह आठों ऐश्वर्य से युक्त हो जाता है तथा इच्छानुसार फल...
जो मनुष्य इस कुमारी तर्पणात्मक स्तोत्र को पढ़ता है वह आठों ऐश्वर्य से युक्त हो जाता है तथा इच्छानुसार फल...
जो व्यक्ति एकाग्रचित्त होकर इस गायत्रीस्तोत्र का पाठ करता है, वह यदि पुत्रहीन है तो पुत्र और यदि धन का...
जो मनुष्य इस अन्नपूर्णा स्तोत्र को पढ़ता है उसके घर में लक्ष्मी स्थिर हो जाती है, उसको अन्न की समृद्धि...
श्रीशङ्कराचार्य द्वारा रचित इस छिन्नमस्ता स्तोत्र जिसे प्रचण्ड चण्डिका स्तवराज भी कहा जाता है, का पाठ करने से बाह्य अदृश्य...
यह महापुण्यकारक ब्रह्मकृत छिन्नमस्ता स्तोत्र है। इसे ब्रह्मा ने बहुत पहले कहा था। यह समस्त सिद्धियों का दाता और साक्षात्...
भगवान् शिव को समर्पित आठ पद्यों में वर्णित यह शिवाष्टकम् आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा रचित है। इसके पाठ और श्रवण...
ब्रह्माजी के १०८ तीर्थनाम- भगवान् रुद्र ने ब्रह्माजी से पूछा- 'नाथ ! आप किन-किन तीर्थस्थानों में विराजमान है तथा इस...
शिव स्तुति श्रीरामकृत-पुष्कर क्षेत्र के पास देवताओं के स्वामी पिनाकधारी देवदेव महादेवजी का अजगन्ध नाम से प्रसिद्ध स्थान था। श्रीरामचन्द्रजी...
जो मनुष्य महानवमी के दिन भक्तिपूर्वक चर्ममुण्डा देवी का पूजन और चामुण्डा स्तोत्र का पाठ करता है, वह मनोवाञ्छित पदार्थों...
माँ चामुण्डा की यह स्तुति को 'त्रिप्रकार' नाम से जाना जाता है। यह स्तुति वाराह पुराण अध्याय ९६ त्रिशक्तिमाहात्म्य में...
महादेव स्तुति तण्डिकृत- महाभारत अनुशासन पर्व के दानधर्म पर्व के अंतर्गत अध्याय 16 में महात्मा तण्डि द्वारा महादेव की स्तुति...
जो लोग जगत्स्त्रष्टा भगवान् शंकर को नमस्कार करके समस्त विद्याओं को धारण करने वाले उन महादेवजी की इन निम्नांकित नामों...