Trisindhu Tire Trilokya Janani-(Teerth Bharatam)

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त्रि-सिन्धु-तीरे त्रि-लोक-जननि
जयति त्रि-गुणेश्वरि, (धन्या कन्या-कुमारि)

गङ्गा-जल-निधि-वन्दित-चरणा
सिन्धु-जलधि-संप्रार्थित-करुणा
हिन्दु-महोदधि-विहित-स्तवना
महालवाधीश्वरि, (धन्या कन्या-कुमारि)

पूर्व-सागरे उदीय-मानः
अपर-सागरे विलीय-मानः
सविता-संध्या-वन्दन-मनीषम्
कुरुते निरहंकारी, (धन्या कन्या-कुमारि)

पूर्वाचल एकतो बलीयाम्
पश्चिमाचलो परतोति-महान्
तरुवर-चामर-वीजन-मनीषम्
संत-नुते प्रहरी, (धन्या कन्या-कुमारि)

दीप-मालिका-प्रकाश-माना
सुविहित-चन्दन-पङ्क-लिंपना
सुस्मित-वदना प्रसन्न-नयना
विभाति परमेश्वरि, (धन्या कन्या-कुमारि)

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