UP की प्रतिभा महिलाओं की श्रेणी में UPSC में टॉप आईं, बनेंगी IAS अधिकारी
संघ लोक सेवा परीक्षा (UPSC) 2019 का परिणाम मंगलवार, 4 अगस्त, 2020 को जारी किया गया। सभी प्रतिभागियों में हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले प्रदीप सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया है। दूसरे स्थान पर है, जतिन किशोर। तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की प्रतिभा वर्मा हैं। प्रतिभा महिला उम्मीदवारों में अव्वल रही हैं। टॉप टेन लिस्ट में महिला प्रतिभागियों की बात करें तो तीन महिलाओं ने इस सूची में अपनी जगह बनाई है। इनमें से तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली है प्रतिभा वर्मा। छठे स्थान पर है, विशाखा यादव और दसवां स्थान प्राप्त किया है, संजीता महापात्रा ने।
पिछले साल यूपीएससी की परीक्षा में 489 वीं रैंक पाने वाली प्रतिभा इस साल महिलाओं में पहले स्थान पर हैं
यूपीएससी परीक्षा 2019 में तीसरी रैंक तथा महिलाओं में पहला स्थान हासिल करने वाली प्रतिभा कहती हैं कि उन्होंने जब यूपीएससी का रिजल्ट चेक किया तो यकीन ही नहीं हुआ कि उन्होंने देश के सबसे कठिन और बड़े एग्जाम में तीसरी रैंक हासिल की है। आगे कहती हैं, “मुझे विश्वास था कि मैं अच्छा करूंगी लेकिन तीसरी रैंक पाउंगी, ये मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा। इन्होंने यह परीक्षा पिछले साल भी दी थी पर 489 वीं रैंक पाई थी। फिर इन्होंने अपने कमजोरियों पर काफ़ी मेहनत की और सफ़लता हासिल की। 4 अगस्त को जारी यूपीएससी के परिणाम में प्रतिभा ने ओवरऑल तीसरा स्थान और महिलाओं में पहला स्थान प्राप्त किया है।
पिछले कुछ वर्षों में महिलाएं ही रहीं हैं यूपीएससी की टॉपर
लगातार तीन वर्षों में, 2015 से 2017 तक, महिला प्रतिभागियों ने ही यूपीएससी परीक्षाओं के टॉपर के रूप में अपनी जगह बनाई थी। सत्र 2014-2015 में इरा सिंघल UPSC परीक्षा की टॉपर थीं। वह सामान्य श्रेणी में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाली पहली विकलांग महिला थीं। वर्ष 2015-16 में, टीना डाबी समग्र टॉपर के रूप में उभरी। वह यूपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाली पहली दलित लड़की थी। वर्ष 2016-17 में, कर्नाटक की नंदिनी केआर ने पहली अखिल भारतीय रैंक हासिल की थी। कर्नाटक के एक छोटे से शहर की रहने वाली नंदिनी अपने परिवार में पहली महिला आईएएस अधिकारी बनीं।
कुल 829 उम्मीदवारों में 150 से अधिक महिलाएं
यूपीएससी की लिखित परीक्षा सितंबर 2019 में आयोजित की गई थी जबकि इंटरव्यू 2020 में फरवरी से अगस्त तक आयोजित किए गए। इन परीक्षाओं के आधार पर, भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं, ग्रुप ए और ग्रुप बी पद पर नियुक्ति के लिए कुल 829 उम्मीदवारों को चुना गया है। इनमें 150 से अधिक महिलाएं हैं।
इस साल की यूपीएससी की परीक्षा 31 मई को आयोजित होने वाली थी लेकिन कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए इसे 4 अक्टूबर को पुनर्निर्धारित किया गया है। यूपीएससी परीक्षा में सफ़ल हुए सभी प्रतिभागियों को बधाई देता है।