सरस्वतीतन्त्र द्वितीय पटल || Sarasvati Tantra Dvitiya Patal
सरस्वतीतन्त्रम् प्रथमः पटलःमें आपने पढ़ा कि- माता पार्वती ने आशुतोष भगवान शिव से मन्त्रचैतन्य तथा योनिमुद्रा के तत्त्व के विषय...
सरस्वतीतन्त्रम् प्रथमः पटलःमें आपने पढ़ा कि- माता पार्वती ने आशुतोष भगवान शिव से मन्त्रचैतन्य तथा योनिमुद्रा के तत्त्व के विषय...
आप सरस्वतीतन्त्र की सीरिज पढ़ रहे हैं जिसका की आपने प्रथम पटल व द्वितीय पटल अभी तक पढ़ा।अब आगे सरस्वतीतन्त्र...
नारायण उपनिषद् को नारायणोपनिषद, नारायणोपनिषत् अथवा नारायण अथर्वशीर्ष भी कहा जाता है। यह कृष्ण यजुर्वेदीय शाखा के अन्तर्गत एक उपनिषद...
आप सरस्वतीतन्त्र की सीरिज पढ़ रहे हैं जिसका प्रथम पटल, द्वितीय पटल व तृतीय पटल अभी तक पढ़ा।अब आगे सरस्वतीतन्त्र...
अभी तक प्रथम पटल, द्वितीय पटल, तृतीयपटल व चतुर्थ पटल इससे पूर्व दिया जा चुका है। अब आगे सरस्वतीतन्त्र की...
इस नारदपुराणोक्त मारुतिकवच में हनुमानजी को प्रत्येक श्लोकों के द्वारा नमस्कार किया गया है और उन्हें राम का बाण कहकर...
पवननुत्र हनुमान श्रीरामचंद्र के सबसे बड़े भक्त हैं। हनुमान जी की पूजा से समस्त कष्टों से तत्काल छुटकारा मिल जाता...
गरुड़ पुराण अध्याय १५ में-यह भगवान श्रीहरि ने भगवान रुद्र को विष्णु सहस्त्रनाम बताया था। विष्णु सहस्त्रनाम के नित्य पाठ...
राम नाम में कहा जाता है करोड़ों पाप को नाश करने की शक्ति है अतः श्रीरामनामस्तुतिः का पाठ करें- श्रीरामनामस्तुतिः...
भक्ति-योग भगवान के लिए एक वास्तविक, वास्तविक खोज है, एक खोज है जो प्रेम में शुरू होती है, जारी रहती...
राघवेन्द्र भगवान श्री राम की कृपा प्राप्ति के लिए श्रीराघवेन्द्राष्टकम् का पाठ करें। श्रीराघवेन्द्राष्टकम् अच्युतं राघवं जानकी वल्लभं कोशलाधीश्वरं रामचन्द्रं...
वर्तमान दुनिया के लोगों को आसानी से तीन अलग-अलग समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिनमें से प्रत्येक की...