हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार भजन Hum Sab Milke Aaye Data Tere Darbar Bhajan
हम सब मिलके आए , दाता तेरे दरबार ।
भर दे झोली सबकी , तेरे पूर्ण भण्डार ॥
1.होवे जब संध्या काल निर्मल होके तत्काल।
अपना मस्तक झका के , करके तेरा ख्याल ।
तेरे दर पर आके बैठे सारा परिवार ॥
भर दे झोली सबकी , तेरे पूर्ण भण्डार ॥
2.लेके दिल में फरियाद हम तुमको करते याद ।
जब हो मुश्किल की घड़ियां मांगे तुमसे इमदाद ।
सबसे बढ़के ऊंचा जग में तेरा दरबार ॥
भर दे झोली सबकी , तेरे पूर्ण भण्डार ॥
3.चाहे दिन हो विपरीत , होवे तुझसे ही प्रीत ।
सच्ची श्रद्धा से गावें , तेरी भक्ति के गीत ।
होवे सबका प्रभु जी , तेरे चरणों में प्यार ॥
भर दे झोली सबकी , तेरे पूर्ण भण्डार ॥
4.तू है सब जग का वाली , करता सबकी रखवाली ।
हम हैं रंग रंग के पौधे , तुम हो हम सबके माली ।
‘ पथिक ‘ बगीचा है यह तेरा सुन्दर संसार । ।
भर दे झोली सबकी , तेरे पूर्ण भण्डार ॥