नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे- nache neel kanth mandir pe shankar bhola re
डमरू बजा के भंगियाँ चडा के देदो गोला रे
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे
सिर की जटाए सब खुल गई शिव ने लगाये जब ठुमके,
नीचे गिरी न गंग मैया सिर पे वो बैठी रही जम के
डमरू की डम डम बोले रे बम बम काटे रोला रे
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे
शिव के गले में पड़ा विष हर मारे रे
मारे रे रह रह के पुश्कारे ,
पूछवा हिला के नन्द बाबा भोले बम बम के जयकारे
धरती भी झूमी अम्बर भी झुमा हर कोई डोला रे
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे
राज अनाडी संग नाचे मिल के कवडिया सारे
अर्जी लगाने सब पौंचे भोले बाबा जी के द्वारे
हम सब गाये सब को सुनाये भजन अनमोला रे
नाचे नील कंठ मंदिर पे शंकर भोला रे