सर्वसारोपनिषत् || Sarva Saar Upanishad
सर्वसारोपनिषत् या सर्वसार उपनिषद में सभी उपनिषदों का सार दिया गया है। सभी वेद, पुराण, उपनिषद,भागवत, गीता में जिस आत्म-तत्व...
सर्वसारोपनिषत् या सर्वसार उपनिषद में सभी उपनिषदों का सार दिया गया है। सभी वेद, पुराण, उपनिषद,भागवत, गीता में जिस आत्म-तत्व...
धर्म ग्रन्थों के अनुसार शरभ भगवान शिव के एक अवतार माने जाते है। इनके शरीर का आधा भाग सिंह का...
महाभारत वनपर्व के अरण्यपर्व के अंतर्गत अध्याय तीन में युधिष्ठिर द्वारा सूर्य उपासना का वर्णन हुआ है। यहाँ जनमेजय ने...
वेदों पुराणों में भगवान शिव से सम्बंधित अनेकों स्तुति दिया गया है और अनेक विद्वान् महापुरुषों ने भी शिव को...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सर्वव्यापी पूर्ण ब्रह्म हैं। राम ब्रह्म परमारथ रूपा। श्रीराम सर्वाधिक आदर्श एवं शाश्वत् विश्व प्रशासक हैं। राम...
पञ्चमुखि हनुमान जी की कवच श्रृंखला क्रम में आपने पञ्चमुखि वीरहनूमत्कवचम् व पंचमुखहनुमत्कवचम् पढ़ा । अब एक अन्य पञ्चमुखिहनुमत्कवचम् दिया...
गणेश चतुर्थी यानी भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन गणेशजी...
पढ़ें लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ… नमस्तस्यै सर्वभूतानां जननीमब्जसम्भवाम् श्रियमुनिन्द्रपद्माक्षीं विष्णुवक्षःस्थलस्थिताम्॥ पद्मालयां पद्मकरां पद्मपत्रनिभेक्षणाम् वन्दे पद्ममुखीं देवीं पद्मनाभप्रियाम्यहम्॥ त्वं सिद्धिस्त्वं स्वधा...
श्रीमृत्युञ्जयध्यानम् १ वन्दे मृत्युञ्जयं साम्ब नीलकण्ठं चतुर्भुजम् । चन्द्रकोटिप्रतीकाशं पूर्णचन्द्रनिभाननम् ॥ १॥ बिम्बाधरं विशालाक्षं चन्द्रालङ्कृतमस्तकम् । अक्षमालाम्बरधरं वरदं चाभयप्रदम् ॥...
गणेश ग्रहनक्षत्र योगिनीं राशिरुपिणीम् | देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकां पीठरूपिणीम् || १ || प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् | कालहल्लोहलोल्लोलकतना नाशन्...
कहते हैं कि जो भी हनुमानजी का परम भक्त होता है, हनुमानजी उसे किसी न किसी रूप में दर्शन दे...
भगवान ब्रह्मा सृष्टि के रचयिता व सृजनकर्ता है प्रस्तुत जगन्मङ्गल नामक श्रीब्रह्मकवचम् के पाठ से जगत में व पाठक के...