Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se lyrics | शिव सन्यासी से मरघट वासी से लिरिक्स
शिव सन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह,
मैं शिव को ध्याऊँगी,
उन्ही को पाऊँगी ।
शिव संग करूँगी मैं तो ब्याह,
हाँ शिव संग मैं तो करूँगी ब्याह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।
(मैना रानी और पार्वती संवाद)
मैना ने समझाया,
वो है समशान का वासी,
तू महलों की रानी,
तू कैसे बनेगी दासी ।
गौरा तू सोचले सोचले,
कैसे करेगी ब्याह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।
बाबा हिमाचल देखो,
सब ऋषियो को ले आए,
सबने मिलकर देखो,
फिर गौरा को समझाए ।
औघड़ है योगी है योगी है,
कैसे होगा निबाह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।
ना मानी थी गौरा,
वो शिव के ध्यान में लागी,
शिव की याद में सोई,
वो शिव की याद में जागी ।
जनम जनम का साथ है साथ है,
जन्मो का रिश्ता,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।
Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Maiya Karungi Main To Byah,
Mein Shiv Ko Dhyaungi
Unhi Ko Paungi ।
Shiv Sang Karungi Me To Byah
Haa Shiv Sang Me To Karungi Byah,
Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Maiya Karungi Main To Byah ।।
(Maina Rani Aur Parvati Sanwad)
Maina Ne Samjhaya
Wo Hai Shamsan Ka Wasi,
Tu Mehlo Ki Rani
Kaise Banegi Daasi ।
Gaura Tu Sochle Sochle
Kaise Karegi Byah,
Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Maiya Karungi Main To Byah ।।
Baba Himachal Dekho
Sab Rishiyo Ko Le Aaye,
Sabne Milkar Dekho
Phir Gaura Ko Samjhaye ।
Ooghad Hai Yogi Hai Yogi
Kaise Hoga Nibah,
Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Maiya Karungi Main To Byah ।।
Naa Mani Thi Gaura
Wo Shiv Ke Dhyan Me Laagi,
Shiv Ki Yaad Me Soi
Wo Shiv Ki Yaad Me Jaagi ।
Janam Janam Ka Sath Hai
Sath Hai Janmo Ka Rishta,
Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Maiya Karungi Main To Byah ।।