तेनालीराम की कहानियां Free Tenaliram ki Kahani in Hindi PDF Download eBooks
तेनालीराम हमारे देश के महान राजा कृष्णदेवराय के राज्य के आठ श्रेष्ठ कवियों में से एक थे | जिस प्रकार...
तेनालीराम हमारे देश के महान राजा कृष्णदेवराय के राज्य के आठ श्रेष्ठ कवियों में से एक थे | जिस प्रकार...
तेनालीराम कई दिन बाद अपने गांव गया तो पता चला कि गांव वाले एक शेर के कारण बहुत दुखी हैं।...
एक दिन राजा कृष्णदेव राय कुछ दरबारियों के साथ घूमने निकले। राजधानी के बजारों और मंदिरों के सामने भिखारियों की...
सर्दी का मौसम था। तेनालीराम शाम के समय राजमहल से वापस लौट रहा था। तभी उसे सामने एक भिखारी नजर...
एक बार न जाने कहाँ से विजयनगर साम्राज्य में ढेर सारे चूहे आ गये। वे हर ओर दौड़ते-भागते रहते, किसानोें...
श्री कालहस्ती में अतिसुर नामक पहलवान रहता था। अनेक राज्यों में कुश्तियाँ जीतता हुआ वह विजयनगर पहुँचा। वहाँ पर उसने...
राजा कृष्णदेव राय एक महान राजा थे। उनका न्याय दूर तक प्रसिद्ध था। वे धर्मानुसार राजकाज चलाते थे। उनके शासन...
एक दिन राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक व्यापारी आया। वह व्यापारी बहुमूल्य वस्त्र और आभूषण पहने हुए था...
राजा कृष्णदेव राय का तेनालीराम के प्रति लगाव दरबारियों से छुपा नहीं थी। ईर्ष्या के मारे कुछ दरबारियों की रातों...
एक बार राजा कृष्णदेव राय और तेनालीराम महल में बैठे आपस में बातचीत कर रहे थे। बात-बात में तेनालीराम महाराज...
राजा कृष्णदेव राय के विजयनगर के सिंहासन पर बैठने से पहले उत्तरी भारत के अलाउद्दीन खिलजी और मुहम्मद-बिन-तुगलक जैसे सुल्तानों...
राजा कृष्णदेव राय के दरबार में एक सालाना प्रतियोगिता होती थी, जिसमें जीतने वाले को ‘मूखाधिराज‘ की उपाधि दी जाती...