तितली आसन करने का तरीका और फायदे Titli Asana Butterfly Pose Steps and Benefits in Hindi

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तितली आसन बैठकर किया जाने वाला सरल आसन है।जिस प्रकार तितली अपने पंखों को फड़फड़ाती है ,उसी प्रकार इस आसन को करने के लिए पैरों को घुटने से मोड़कर ऊपर नीचे किया जाता है। यह आसन बद्ध कोणासन के बहुत समान है, लेकिन दोनों फर्क आसन है। जिन्हें आमतौर से लोग एक समझ बैठते हैं।बद्ध कोणासन में दोनों पैरों को हाथों से पकड़कर साथ में बांध कर रखते हैं, और जितना हो सके शरीर के करीब लेकर आते हैं। परंतु बद्ध कोणासन में टांगे ऊपर नीचे नहीं हिलाते हैं। बल्कि आगे की और झुक कर सिर को जमीन पर लगाना रहता है।

इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि तितली आसन क्या है और उससे होने वाले लाभ के बारे में चर्चा करेंगे और साथ में यह भी बताया गया है कि आसन करने के दौरान हमें कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए।

तितली आसन क्या है – What is Titli Asana (Butterfly Pose)

तितली आसन बैठकर किया जाने वाला एक सरल विधि का आसन है। इसमें आसन करने वाले की मुद्रा उसी प्रकार होती है जैसे तितली अपने पंख फड़फड़ाती है। इस आसन को करने के लिए पैरों को घुटने से मोड़कर ऊपर नीचे किया जाता है। इसलिए इस आसन को तितली आसन कहा जाता है। अंग्रेजी में बटरफ्लाई के नाम से यह आसन जाना जाता है।

तितली आसन के फायदे – Titli Asana (Butterfly Pose) ke Fayde in Hindi

1-तितली आसन करने से महिलाओं को मासिक धर्म के समय में होने वाली समस्या को ठीक करने में मदद मिलती है।

2-पैर की मांसपेशियों को  लचीला और मजबूत बनती है

3-अपचन ,गैस और कब्ज से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में यह आसन लाभदायक है।

4-इसके अभ्यास से गर्भवती महिलाओं के डिलीवरी के समय होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है।

5-इस आसन को करने से जांघों की चर्बी को कम करने में काफी मदद मिलती है।

6-यह आसन पद्मासन और अन्य ध्यान आसन करने के लिए आसन के लिए टांगों को तैयार करता है।

7-जांघ की मांसपेशियों में बहुत तनाव होता है जो इस आसन से खत्म हो जाता है।

8-यह आसन मूत्र प्रणाली के लिए भी फायदेमंद है।

9-यह आसन अधिक समय तक खड़े रहने और घूमने से होने वाली थकान को भी समाप्त करता है।

10-इस आसन का अभ्यास करने से कूल्हों में लचीलापन आता है

11- तितली आसन पीठ के दर्द को दूर करता है ,इस आसन के अभ्यास से मसल्स का तनाव दूर होता है

तितली आसन करने से पहले यह आसन करें –Titli Asana (Butterfly Pose) se Pahle Kya Karen ine Hindi

तितली आसन करने से पहले कुछ आसान आसन है जिनको किया जाता है

1-वीरासन

2-प्रसारित पादोत्तासन

तितली आसन करने का तरीका –Titli  Asana (Butterfly Pose) Asana Karne ka Tarika in Hindi

1-तितली आसन करने के लिए किसी स्वच्छ वातावरण में दंडासन में बैठ जाएं।

2-पैर को सामने की तरफ सीधा और पीठ, गर्दन और सिर को एक सीधी रेखा में करें।

3-मन को शांत करके ध्यान को केंद्रित करें।

4-अब दोनों पैरों को घुटने से मोड़कर दोनों तलवों को मिलाएं।

5-ध्यान रहे दोनों पैरों को बारी-बारी से मोड़े।

6-हाथों से पैर के पंजों को मिलाकर पकड़ ले।

7-एड़ी को जांघों से मिलाए या अपने सुविधा अनुसार मिलाएं।

8-दाएं और बाएं घुटने को जमीन पर मिलाने की कोशिश करें।

9-यदि घुटने जमीन पर नहीं मिल रहे हैं तो घुटने के नीचे तकिया का इस्तेमाल कर सकते हैं।

10-जिस प्रकार तितली अपने पंखों को ऊपर नीचे करती है ठीक उसी प्रकार अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर नीचे करें।

11-सांस को सामान्य रूप से लेते और छोड़ते रहे।

12-पहली बार इस आसन को करने पर 30 से 40 बार पैर को ऊपर और नीचे किया जा सकता है और इसका अभ्यास होने पर समय सीमा को धीरे धीरे बढ़ाया जा सकता है।

तितली आसन का आसान रूपांतर– Titli Asana (Butterfly Pose) ke Easy Modification ine Hindi

तितली आसन को आसान बनाने के लिए पैरों को शरीर के कम करीब लाएं।

अगर घुटनों में दर्द महसूस हो रहा है ,या जो महिलाएं गर्भावस्था में है उन्हें घुटने के नीचे एक तोलिया या कंबल गोल करके रख लेना चाहिए।

तितली आसन करने में क्या सावधानी बरती जाए– Titli Asana ( Butterfly Pose) Mein Kya Savdhani Bharte in Hindi

1-यदि घुटने में किसी भी प्रकार का गंभीर दर्द है तो यह आसन न करें।

2-कमर में गंभीर दर्द की समस्या होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए।

3-यदि इस आसन को करते समय किसी प्रकार का शरीर में दर्द होता है तो योग गुरु की सहायता जरूर लेना चाहिए।

तितली आसन करने के बाद आसन -Titli Asana (Butterfly Pose) Asana ke Bad Kya Karen in Hindi

गोमुखासन

पद्मासन

अर्धमत्स्येंद्रासन

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