Sant Sir Surdas Autobiography | संत श्री सूरदास का जीवन परिचय : एक महान कवि और संगीतकार थे
सूरदास हिन्दी के भक्तिकाल के महान कवि थे। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ...
सूरदास हिन्दी के भक्तिकाल के महान कवि थे। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ...
कबीरदास या कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकाल के निर्गुण शाखा...
नानक (पंजाबी:ਨਾਨਕ) (कार्तिक पूर्णिमा 1469 – 22 सितंबर 1539) सिखों के प्रथम (आदि )गुरु हैं। इनके अनुयायी इन्हें नानक, नानक...
चैतन्य महाप्रभु (Chaitanya Mahaprabhu, जन्म: 18 फ़रवरी सन् 1486 - मृत्यु: सन् 1534) भक्तिकाल के प्रमुख संतों में से एक...
नरसी मेहता (गुजराती: નરસિંહ મહેતા; 15वीं शती ई.) गुजराती भक्तिसाहित्य की श्रेष्ठतम विभूति थे। उनके कृतित्व और व्यक्तित्व की महत्ता...
‘भक्ति आंदोलन’ भारत के इतिहास का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है। ये सिर्फ़ एक धार्मिक पंथ ही नहीं बल्कि सदियों...
त्रिलंगा स्वामी, जिन्हें तैलंग स्वामी या तेलंग स्वामी या त्रैलंग स्वामी के नाम से भी जाना जाता है। (जन्म –...
परमहंस योगानंद (जन्म मुकुंद लाल घोष ; 5 जनवरी, 1893 - 7 मार्च, 1952) एक भारतीय हिंदू भिक्षु , योगी...
गोपीनाथ कविराज (7 सितंबर 1887 - 12 जून 1976) एक भारतीय संस्कृत विद्वान, भारतविद और दार्शनिक थे। पहली बार 1914...
विशुद्धानंद परमहंस या विशुद्धानंद परमहंस ( बंगाली :: बिशुधानंद पोरोमोहोंगशो) (14 मार्च 1853 - 14 जुलाई 1937) जिन्हें गंध बाबा...
रमण महर्षि (30 दिसंबर 1879 - 14 अप्रैल 1950) एक भारतीय हिंदू संत और जीवनमुक्त (मुक्त प्राणी) थे। उनका जन्म...
पॉल ब्रंटन आध्यात्मिक पुस्तकों के ब्रिटिश लेखक राफेल हर्स्ट (21 अक्टूबर 1898 - 27 जुलाई 1981) का कलम नाम है...