श्री देवीकृता भैरव स्तुति || Shri Devikrita Bhairav Stuti
गोरक्षसंहिता के प्रथम पटलान्तर्गत भगवान श्री भैरव की बहुत ही सुन्दर स्तुति दिया गया है। नित्य भाव व श्रद्धा सहित...
गोरक्षसंहिता के प्रथम पटलान्तर्गत भगवान श्री भैरव की बहुत ही सुन्दर स्तुति दिया गया है। नित्य भाव व श्रद्धा सहित...
नागपाश यंत्र या जिस शिवलिंग में नाग लगा हो या केवल शिवलिंग या शेषशायी भगवान विष्णु या शेषशायी प्रतिमा पर...
शनि सम्बंधित समस्त पीड़ा, कष्टों से छुटकारा पाने के लिए नित्य-प्रति श्रीशनैश्चरमालामन्त्रः का पाठ करें। शनि संबंधी रोग निम्न है-...
माता कालिका के अनेक रूप हैं जिनमें से प्रमुख है- 1.दक्षिण काली, 2.शमशान काली, 3.मातृ काली और 4.महाकाली। इसके अलावा...
सर्प सूक्त स्तोत्र || Sarpa Suktam Stotra ब्रह्मलोकुषु ये सर्पा: शेषनाग पुरोगमा:। नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीता: मम सर्वदा ।। इन्द्रलोकेषु ये...
काली पटलम् के पाठ करने से साधक की वाणी सिद्ध हो जाती है अर्थात् साधक जो कुछ भी बोलता है...
कीलक का अर्थ है कुंजी, चाबी, खूंटी, तंत्र देवता और किसी के भी प्रभाव को नष्ट करने वाला मंत्र। देवी...
ओमित्येकाक्षरं ब्रह्म व्याहरन्मामनुस्मरन्। य: प्रयाति त्यजन्देहं स याति परमां गतिम्।। गीता 8/13।। अर्थ: जो ॐ इस एक अक्षर ब्रह्म का...
माँ कुष्मांडा देवी स्तोत्र || Maa Kushmanda Devi Stotra !! ध्यान !! वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्। सिंहरूढा अष्टभुजा कुष्माण्डा...
भगवान गणेश के गणनायक अष्टकम् का पाठ करने से सभी विघ्न-बाधा का नाश होकर पाठक विद्यावान् तथा धनवान् होता है...
परशुरामाष्टाविंशतिनामस्तोत्रम्- दुर्वासा की भाँति परशुराम भी अपने क्रोधी स्वभाव के लिए विख्यात है। एक बार कार्तवीर्य ने परशुराम की अनुपस्थिति...
यं वैदिका मन्त्रद्रश : पुराणा इन्द्रं यमं मातरिश्वानमाहु : I वेदान्तिनोड़निर्वचनियमेकम् यं ब्रह्मशब्देन विनिर्दिशन्ति II शैवा यमिशं शिव इत्यवोचन् यं...