श्री चामुण्डा चालीसा | Shri Chamunda Chalisa
॥ दोहा ॥ नीलवरण माँ कालिका रहती सदा प्रचंड । दस हाथो मई ससत्रा धार देती दुष्ट को दंड ॥...
॥ दोहा ॥ नीलवरण माँ कालिका रहती सदा प्रचंड । दस हाथो मई ससत्रा धार देती दुष्ट को दंड ॥...
॥ दोहा ॥ कोटि कोटि नमन मेरे माता पिता को, जिसने दिया शरीर । बलिहारी जाऊँ गुरू देव ने, दिया...
॥ दोहा ॥ शक्ति पीठ मां ज्वालपा धरूं तुम्हारा ध्यान । हृदय से सिमरन करूं दो भक्ति वरदान ॥ सुख...
॥ दोहा ॥ मास वैशाख कृतिका युत, हरण मही को भार । शुक्ल चतुर्दशी सोम दिन, लियो नरसिंह अवतार ॥...
माता चिंतपूर्णी जी का शक्ति पीठ हिमाचल के डिस्ट्रिक्ट :- उना में स्तिथ है | चिंतपूर्णी माँ को छिन्नमस्तिका के...
जयतु जानकी जनकनंदिनी जगतारिणि सीता वेदवती माँ जयतु मैथिली माता श्री सीता । भक्ति दायिनी, मुक्ति दायिनी, वरदायिनी सीता, धरणी...
यमुना चालीसा (Yamuna Chalisa) का पाठ पापों को दूर कर इहलोक में सुख-वृष्टि करने वाला और परलोक में कल्याणकारी है।...
स्कंद पुराण में भगवान की आरती के संबंध में कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति मंत्र नहीं जानता ,पूजा...
|| दोहा || श्री गुरू चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान | बालाजी चालीसा लिखें दास स्नेही कल्याण || विश्व...
॥ दोहा ॥ बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार । ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार ॥ भक्तन...
श्रीहरसूब्रह्मचालीसा || दोहा || बाबाहरसूब्रह्मकेचरणोंकाकरिध्यान। चालीसाप्रस्तुतकरूंपावनयशगुणगान॥ ||चौपाई || हरसूब्रह्मरूपअवतारी। जेहिपूजतनितनरअरुनारी॥ शिवअनवद्यअनामयरूपा। जनमंगलहितशिलास्वरूपा॥ विश्वकष्टतमनाशकजोई। ब्रह्मधाममंहराजतसोई॥ निर्गुणनिराकारजगव्यापी। प्रकटभयेबनब्रह्मप्रतापी॥ अनुभवगम्यप्रकाशस्वरूपा। सोइशिवप्रकटब्रह्मकेरूपा॥ जगतप्राणजगजीवनदाता। हरसूब्रह्महुएविखयाता॥...
माता गौरी दुर्गा माता का ही एक रूप है। दुर्गा माता के कई रूप हैं। गौरी माता, उमा देवी, सती...