ताड़ासन योग के फायदे शरीर की लम्बाई बढ़ाने व मानसिक संतुलन के लिए Benefits of Tadasana Yoga for Increasing Body Length and Mental Balance in Hindi

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बहुत से लोग अपने छोटे कद से परेशान रहते है,शरीर की लम्बाई बढ़ाना चाहते है ऐसे में वे ताड़ासन योग का सहारा ले सकते है ।ये योगासन मन का संतुलन भी करता है ।

ताड़ासन योगा आसन शरीर की लंबाई बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक संतुलन भी बनाता है और शरीर को बैलेंस प्रदान करता है। यह एक ऐसा आसान है जो भोजन करने के बाद भी किया जा सकता है। इस आसन को करने से दिमाग तेज होता है, शरीर को रोगमुक्त रखता है, मानसिक एकाग्रता प्राप्त होती है।

ताड़ासन क्या है

ताड़ासन दो शब्दों से मिलकर बना है ताड अर्थात पहाड़ ,पर्वत या कोई ऊंचा स्थान ,ताड का वृक्ष भी होता है बहुत लंबा होता है। आसन अर्थात मुद्रा। इस आसन को करते समय शरीर  को ऊपर की तरफ लंबाई में खींचना होता है।

 इसीलिए इसका नाम ताड़ासन पड़ा। इसको माउंटेन पोज, पाम ट्री आसन के नाम से भी जाना जाता है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह मानव जीवन के लिए उपयोगी आसन है कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। तो आइए जानते हैं कि इसको करने की विधि क्या है।

ताड़ासन करने की विधि

1-इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।

2-पैरों के दोनों पंजों को समानांतर रखते हुए दोनों पंजो के बीच में जरा सा गैप रखें।

3-फिर अपने दोनों हाथों के पंजों को आपस में मिला लें।

4-अब दोनों हाथों को अपने सर के ऊपर ले जाते हुए अपने पंजों को आकाश की तरफ कर ले।

5-इस स्थिति में आपके दोनों हाथ दोनों कानों से सटे हुई होने चाहिए।

6-अब पैर के पंजों को जमीन पर लगाते हुए एड़ियों को ऊपर की तरफ उठाएं जितना उठा सके।

7-दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ताने।

8-पैर की एड़ियों को ऊपर उठाते हुए दोनों हाथों को ऊपर तानने का प्रयास करें।

9-शरीर का संतुलन बनाए रखें प्रारंभिक स्थिति में कुछ समस्याएं हो सकती हैं लगातार अभ्यास से संतुलन बनना प्रारंभ हो जाएगा।

10-अब इस स्थिति में जितनी देर तक हो सके रुके।

11-श्वास श्वास की गति सामान्य रूप से करते रहें।

12-पुनः प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

13-यह अभ्यास 5 से 7 बार करें।

ताड़ासन के फायदे

1-यह आसन शरीर की लंबाई को बढ़ाता है।

2-छोटे कद के लोगों के लिए यह उपयोगी आसन है इसके नियमित अभ्यास से शरीर की लंबाई बढ़ती है।

3-शरीर को बैलेंस मिलता है।

4-मानसिक एकाग्रता में वृद्धि होती है।

5-जोड़ों के दर्द को दूर करता है।

6-शरीर के विभिन्न हिस्सों में जमा अतिरिक्त चर्बी को दूर करता है इस आसन के नियमित अभ्यास से मोटापा रोग नहीं होता है, और शरीर सुधार होता है।

7-जोड़ों की अकड़न ,शरीर की अकड़न दूर होती है।

8-यह आसन मन की उदासी दूर करता है , मानसिक प्रसन्नता प्राप्त होती है। तनाव, चिंता दूर होती हैं।

9-शरीर में रक्त संचार को सामान्य करता है ,संतुलन बनाए रखता है।

ताड़ासन करते समय सावधानियां

1-गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।

2-जोड़ों, घुटनों के दर्द में इस आसन को न करें।

3-हाई ब्लड प्रेशर व लो ब्लड प्रेशर वाले लोग इस आसन को न करें।

4-भोजन करने के तत्काल बाद इस आसन को ना करें करीब 2 से 3 घंटे का समय व्यतीत हो जाने के बाद ही इस आसन का अभ्यास करें।

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