शनि प्रदोष व्रत कथा || Shani Pradosh Vrat Katha
इससे पूर्व आपने पढ़ा कि शुक्रवार के दिन को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत कथा कहते हैं।...
इससे पूर्व आपने पढ़ा कि शुक्रवार के दिन को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत कथा कहते हैं।...
श्रीमद्भगवद्गीता प्रथमअध्याय का नाम अर्जुनविषादयोग है। वह गीता के उपदेश का विलक्षण नाटकीय रंगमंच प्रस्तुत करता है जिसमें श्रोता और...
मानव के सभी दुःख पाप जनित हैं। सभी व्रत पाप नाश के लिए किये जाते हैं अगर इनका विधिपूर्वक अनुष्ठान...
श्रीमद्भगवद्गीता द्वितीय अध्याय का नाम सांख्ययोग है। इसमें जीवन की दो प्राचीन संमानित परंपराओं का तर्कों द्वारा वर्णन आया है।...
सांख्य की व्याख्या का उत्तर सुनकर कर्मयोग नामक श्रीमद्भगवद्गीता तृतीय अध्याय में अर्जुन ने इस विषय में और गहरा उतरने...
इससे पूर्व व्रत-कथा की श्रृंखला में आपने सोमवार, मंगलवार व बुधवार का व्रत कथा पढ़ा। अब व्रत-कथा की श्रृंखला में...
श्रीमद्भगद्गीता चतुर्थ अध्याय में, जिसका नाम ज्ञान-कर्म-संन्यास-योग है, यह बाताया गया है कि ज्ञान प्राप्त करके कर्म करते हुए भी...
व्रत कथाओं की आवश्यकता इसलिए है कि मानव पर इनका सुप्रभाव पड़े और व्रत में श्रद्धा हो। व्रत की आवश्यकता...