अनुगीता २ अध्यायः १७ || Anugita 2 Adhyay 17
इससे पूर्व आपने पढ़ा कि- महाभारत के आश्वमेधिक पर्व (अनुगीता पर्व) में अनुगीता नाम से क्रमशः अध्याय १६,१७,१८ व १९...
इससे पूर्व आपने पढ़ा कि- महाभारत के आश्वमेधिक पर्व (अनुगीता पर्व) में अनुगीता नाम से क्रमशः अध्याय १६,१७,१८ व १९...
इससे पूर्व आपने पढ़ा कि- महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवदगीता का उपदेश...
इससे पूर्व गीता सीरिज में आपने श्रीमद्भगवतगीता, गर्भगीता व श्रीरामचरितमानस से लक्ष्मणगीता को पढ़ा अब श्रीरामचरितमानस से ही नारदगीता दिया...
गीता अर्थात् ज्ञान। वह ज्ञान जिसमें जीव,आत्मा व परमात्मा के सम्बन्ध में उपदेश किया गया हो, गीता कहलाता है। अलग-अलग...
इस गर्भ गीता सुनने वाले को गर्भवास से मुक्ति मिलती है और चौरासी लाख योनियों के झंझट से वह मुक्त...
इससे पूर्व आपने श्रीमद्भगवद्गीता के अठ्ठारहवां अध्याय पढ़ा।१८वें अध्याय की संज्ञा मोक्षसंन्यास योग है। इसमें गीता के समस्त उपदेशों का...
सूरज जब किसी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहा जाता है। सूरज प्रत्येक राशि में प्रवेश करता...
इससे पूर्व आपने श्रीमद्भगवद्गीता के सत्रहवां अध्याय पढ़ा। १७वें अध्याय की संज्ञा श्रद्धात्रय विभाग योग है। इसका संबंध सत, रज...
महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवदगीता के नाम से...
इस गरुडोपनिषत् या गरुड़ उपनिषद के पाठ से भयंकर से भयंकर विष नष्ट हो जाता है और स्वास्थ्य लाभ होता...
इससे पूर्व आपने श्रीमद्भगवद्गीता के सोलहवां अध्याय पढ़ा। १६वें अध्याय में देवासुर संपत्ति का विभाग बताया गया है। आरंभ से...
गरुडपुराण-सारोद्धार (प्रेतकल्प) में आपने इससे पूर्व में गरुडपुराण सारोद्धार अध्याय १४ को पढ़ा। अब आगे इस गंथ के मूल पाठ...