कालिपावन स्तोत्र || Kalipavan Stotra, कालिपावन डाकिनी स्तोत्रम्
मूलाधार पद्म में चित्त को समाहित कर, अनेक प्रकार के द्रव्यों से व अनेक उपकरणों से पूजाकर मानस जाप तथा...
मूलाधार पद्म में चित्त को समाहित कर, अनेक प्रकार के द्रव्यों से व अनेक उपकरणों से पूजाकर मानस जाप तथा...
यह वह समय था जब महिलाओं का कार्यक्षेत्र घर तक ही सीमित था। शिक्षा तक उनकी पहुंच न के बराबर...
श्रीहनुमदुपनिषद् अलग से कोई उपनिषद् नहीं है, अपितु अथर्ववेदीय राम-रहस्य उपनिषद के प्रथम अध्याय ही है। इसमें सनकादि तथा अन्य...
आनन्दभैरव उवाच षट्चक्रभेदनकथां कथयस्व वरानने ॥ २८-७१॥ हिताय सर्वजन्तूनां हिरण्यवर्णमण्डितम् । प्रकाशयस्व वरदे योगानामुदयं वद ॥ २८-७२॥ आनन्दभैरव ने कहा...
अथर्ववेदीय राम रहस्य उपनिषद के प्रथम अध्याय में हनुमानजी ने सनकादि ऋषियों से श्रीराम का स्वरूप, उनके अङ्ग, राम-मन्त्र का...
परमेश्वर स्तोत्र का नित्य पाठ करने से साधक संसार के सभी दुःखों से मुक्त हो जाता है। जगदीश सुधीश भवेश...
अथर्ववेदीय राम रहस्य उपनिषद के अध्याय २ में हनुमानजी ने ऋषियों से श्रीराम की प्राप्ति के साधन और श्रीराम मन्त्रों...
अथर्ववेदीय राम रहस्य उपनिषद के अध्याय ३ में हनुमानजी ने ऋषियों से श्रीरामजी के यंत्र पीठ का वर्णन किया, अब...
रुद्रयामल तंत्र पटल ३१ में भेदिनीदेवी के स्तोत्र की साधना विधियों का वर्णन है। इसके बाद छेदिनी स्तोत्र (छेदिनीस्तव) के...
सच्चे कलाकार की खासियत होती है कि या तो वह समय से बहुत आगे चलता है या फिर समय से...
“मेरे चारों ओर शब्द हैं… और शब्द और केवल शब्द हैं…वे मुझ पर पत्ते की तरह उगते हैं।” –कमला दास...
इससे पूर्व आपने अथर्ववेदीय श्रीरामरहस्योपनिषद् में हनुमानजी ने ऋषियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए क्रमशः अध्याय १ में ब्रह्मा...