पादहस्तासन करने की विधि लाभ और सावधानी Padahastasana Steps Benefits And Precautions

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योग करने से व्यक्ति का जीवन निरोगी होकर संपूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त करता है। योग सुखी जीवन को जीने के लिए और शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए एक सुगम रास्ता है।

भारतीय योग गुरु ने अपनी कड़ी मेहनत के द्वारा और अनुसंधान के द्वारा योग विज्ञान की खोज की है।और उसी के बलबूते पर आज भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों ने स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनाया है।

आज के हजारों वर्ष पहले योगासन और प्राणायाम के द्वारा व्यक्ति अपने आपको हर परिस्थिति में सबल बनाता था। योगासनों में कई प्रकार की विभिन्न मुद्राएं होती हैं उनमें से एक मुद्रा पादहस्तासन है जिसके बारे में इस लेख में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे और जानेंगे पादहस्तासन करने की विधि और उसके फायदे सावधानी

इस आसन को पादहस्तासन क्यों कहते हैं- What is Padahastasana

इस आसन को करते समय पैरों को हाथों से छूना होता है। पादहस्तासन दो शब्दों से मिलकर बना है पहला है पाद अर्थात पैर , दूसरा है हस्तासन यानी हाथों के द्वारा किए जाने वाला आसन।

 इस आसन में आगे की ओर झुक कर पैरों को सटाया जाता है और पैरों को हाथों से छूना होता है। अंग्रेजी में इस योगासन को हैंड टू फीट hand to feet कहा जाता है। इस आसन को करने के अद्भुत फायदे होते हैं। पादहस्तासन करने से मस्तिष्क में ऑक्सीजन और रक्त काफी मात्रा में पहुंचने लगता है। घुटनों और जांघ,कमर को मजबूती प्रदान करता है।

पादहस्तासन करने की विधि– Padahastasana Steps

1- किसी समतल स्थान पर योगा मैट बिछा ले

2- योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं ध्यान रहे जब आप सीधे खड़े हो तब आप की रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी होनी चाहिए।

3- पांव के दोनों पंजों को आपस में मिला लें।

4- दोनों हाथों को शरीर के पीछे ले जाएं

5- फिर हाथ वापस आगे की ओर लाएं और रुके।

7- सीधे खड़े होकर अपने घुटनों को थोड़ा सा नरम बनाएं।

8- कमर को मोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की तरफ झुके।

9- शरीर का संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें।

10- ध्यान रखें कि इस योगासन को करते समय आपके पैर बिल्कुल सीधे होने चाहिए।

11- अब आपका सर आपके पंजों के समीप आ जाएगा और आपकी नाक और मुंह आपके पैरों को स्पर्श करता हुआ रहना चाहिए।

12- अपने दोनों हाथों को इस प्रकार रखें कि आपके हाथ आपकी एड़ियों को स्पर्श करते हुए हो।

13- धीरे-धीरे वापस उठे लंबी गहरी सांस लेकर विश्राम करें।

 पादहस्तासन के लाभ– Padahasatasana Benefits

1- मोटापा घटाने के लिए

पेट की चर्बी को कम करने के लिए यह एक मुख्य योगासन है इस योगासन को नियमित करने से वजन कम होता है और अतिरिक्त चर्बी दूर होती है।मोटापा घटने लगता है 

2- बालों को मजबूत बनाने के लिए

इस योग आसन के नियमित अभ्यास से बालों का झड़ना बंद हो जाता है । बालों की जड़ें मजबूत होती है ,क्योंकि यह आसन करते समय नीचे की तरफ झुकना होता है जिससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और बालों के लिए उपयोगी पोषक तत्व में वृद्धि होती है ।जिससे बाल मजबूत होते हैं।

3- टखने और घुटनों को मजबूत बनाने के लिए

इस आसन को करते समय टखने और घुटनों की मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है। इसी खिंचाव के कारण इन अंगों में रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह की मात्रा में वृद्धि होती है जिससे मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।

4- शरीर को लचीला बनाने में

इस आसन को नियमित रूप से करने से कमर और कूल्हे और घुटने की हड्डियों में खिंचाव होता है और इस खिंचाव के कारण इन स्थानों में लचीलापन बढ़ जाता है और हड्डियां मजबूत हो जाती है।

5- थायराइड ग्रंथि को उत्तेजित करने में

इस आसन को करने के लिए आगे की ओर झुकना होता है जिससे थायराइड और पीनियल सहित अंतः स्रावी ग्रंथियों में ऑक्सीजन युक्त रक्त का प्रवाह समुचित मात्रा में होता है जिससे थायराइड की रोकथाम में सहायता मिलती है।

6- पाचन तंत्र को मजबूत करने में

इस आसन को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। पाचन से संबंधित ग्रंथियों में पाचक एंजाइम और गैस्ट्रिक रसों का स्राव नियमित मात्रा में होने लगता है जिससे पाचन संबंधी विकार दूर होते हैं।

इस आसन को करने से नाक, कान, गला ,आंख और दांत से संबंधित विकार दूर होते हैं।

7- एकाग्र शक्ति बढ़ाने में

इस आसन को करते समय आगे की ओर झुकना होता है जिससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह व ऑक्सीजन समुचित मात्रा में पहुंचने लगती है जिससे एकाग्र शक्ति का विकास होता है।

8- शरीर की लंबाई बढ़ाने में लाभदायक

इस आसन को करने से शरीर की लंबाई बढ़ती है जिन लोगों का कद छोटा है ,वह लोग इस आसन को करके अपने कद को बढ़ा सकते हैं।

9- शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखता है

पादहस्तासन का नियमित अभ्यास करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

पादहस्तासन करते समय सावधानी– Padahastasana Precautions

1- साइटिका के मरीज इस आसन को न करें।

2- कमर में यदि किसी प्रकार की चोट है या आप्रेशन हुआ है तो यह आसन कदापि न करें।

3- मोतियाबिंद या आंखों से संबंधित बीमारी में भी यह योग नहीं करना चाहिए।

4- प्रारंभिक दिनों में पादहस्तासन किसी योग गुरु की देखरेख में ही करें।

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