द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Dwadash Jyotirlinga Stotra
ॐ सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्री शैले मल्लिकार्जुनं | उज्जयिन्यां महाकालं ओमकारं ममलेश्वरं || सौराष्ट्र में सोमनाथ, श्री शैलम में मल्लिकार्जुन...
ॐ सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्री शैले मल्लिकार्जुनं | उज्जयिन्यां महाकालं ओमकारं ममलेश्वरं || सौराष्ट्र में सोमनाथ, श्री शैलम में मल्लिकार्जुन...
श्री शिव मानस पूजा रत्नैः कल्पितमासनं हिमजलैः स्नानं च दिव्याम्बरं नानरत्नविभूषितं मृगमदा मोदाङ्कितं चन्दनं || जाती-चम्पक-बिल्व-पत्र-रचितं पुष्पं च धूपं...
सूर्यस्तोत्र - सूर्य प्रत्यक्ष देवता है, सम्पूर्ण जगत के नेत्र हैं। इन्ही के द्वारा दिन और रात का सृजन होता...
नारद उवाच स्वाधापूजा विधानं च ध्यानं स्तोत्रं महामुने | श्रोतुमिच्छामि यत्नेन वद वेदविदां वर || १ || नारायण उवाच -...
सूर्योऽर्मा भगस्त्वष्टा पूषार्क: सविता रविः | गभस्तिमानजः कालो मृत्युर्धाता प्रभाकरः || पृथिव्यापश्च तेजश्च खं वायुश्च परायणम् | सोमो बृहस्पतिः शुक्रो...
दरिद्रता का अर्थ केवल भूख या गरीबी ही नहीं है। अपितु यह एक व्यापक शब्द है, जिसका अर्थ जीवन के...
ॐ नमो देव्यै शिवायै सततं नमः | नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियताः प्रणताः स्मताम् || रौद्रायै नमो नित्यायै गौर्यै धात्र्यै नमो...
इन्द्रउवाच नमस्तेऽस्तु महामाये श्री पीठे सुरपूजिते | शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोस्तु ते || १ || नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयङ्करि | सर्वपापहरेदेवि महालक्ष्मी...
बहुत बहुत उत्तम स्तोत्र है यह जो मार्कण्डेय पुराण अंतर्गत दर्शित है | यह स्तोत्र के पाठ से ही मार्कण्डेय...
पुष्कर उवाच राज्यलक्ष्मीस्थिरत्वाय यथेन्द्रेण पुरा श्रियः | स्तुतिः कृता तथा राजा जयार्थं स्तुतिमाचरेत् || इन्द्र उवाच नमस्ते सर्वलोकानां जननीमब्धिसम्भवाम् |...
अथर्ववेद में श्रीदेव्यथर्वशीर्षम् devi atharva shirsham पाठ का विशेष महत्व बतलाया गया है। इसके नित्यप्रति पाठ करने से भगवती की...
ब्रह्मा कृत सरस्वती स्तोत्र || Brahma Kruta Saraswati Stotram || Saraswati Stotram ऊँ अस्य श्रीसरस्वतीस्तोत्रमन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषिः। गायत्री छन्दः श्रीसरस्वती...