ईश्वर स्तोत्र || Eeshvar Stotra
भगवान शिव को ईशान या ईश्वर भी कहते हैं । शिव की आठ मूतियों में ईश्वर भी एक है। यहाँ...
भगवान शिव को ईशान या ईश्वर भी कहते हैं । शिव की आठ मूतियों में ईश्वर भी एक है। यहाँ...
सर्व अभ्युदय के लिए नित्य श्रीयोगानन्दतीर्थ द्वारा रचित ईश्वरप्रार्थनास्तोत्रम् से ईश्वर की प्रार्थना इस स्तोत्र से करें। ईश्वर प्रार्थना स्तोत्रम्...
ब्रह्मा स्तुतिः ब्रह्मा की उत्पत्ति के विषय पर वर्णन किया गया है। ब्रह्मा की उत्पत्ति विष्णु की नाभि से निकले...
शिव पुराण के लेख के अनुसार सदाशिवजी कहे है कि जो मुझमे और कैलाशपति शिव में भेद करेगा या हम...
महाकाल स्तुतिः महाकालेश्वर महिमा की अनंत है इन्हें भोलेनाथ, भगवान शिवशंकर, महाकाल आदि कई नामों से पुकारा जाता है। अवन्तिकायां...
इस महाकाल स्तोत्र को भगवान् महाकाल ने खुद भैरवी को बताया था । इसकी महिमा का जितना वर्णन किया जाये...
इस महाकाल सहस्रनाम स्तोत्रम् का पाठ सर्वमनोकामना व सर्वमनोरथ को सिद्ध करने वाला कहा गया है। श्रीप्रकृष्टनन्दोक्तागम में श्रीकृष्ण और...
इस विश्वसार में लिखित महाकालसहस्रनामस्तोत्रम् का पाठ परम दुर्लभ व गोपनीय है जो कि ब्रह्मलोक में भी दुर्लभ है अर्थात्...
तांडव के संस्कृत में कई अर्थ होते हैं। इसके प्रमुख अर्थ हैं उद्धत नृत्य करना, उग्र कर्म करना, स्वच्छन्द हस्तक्षेप...
भगवान श्रीराजराजेश्वर महाकाल के इस ककार नाममाला मन्त्र रूप महाकाल ककाराद्यष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् को अति गोपनीय कहा गया है इसका पाठ...
यह श्री स्वर्णाकर्षण भैरव स्तोत्रम् रुद्रयामल तन्त्र में ईश्वर और दत्तात्रेय के संवादरूप में कहा गया है। इसके आरम्भ में...
विश्वसार-तन्त्र का यह श्री क्षेत्रपाल भैरवाष्टक स्तोत्रम् भावपूर्वक पाठ करने मात्र से दु:ख-नाश, असुर-भय नाश (भुत,प्रेत,डाकिनी,शाकिनी),भयानक जीव-जंतु भय नाश (व्याघ्र-सर्प...