प्रश्नोपनिषद् || Prashna Upnishad || Prashn Upanishad || Prashnopanishad
इससे पूर्व आपने प्रश्नोपनिषद् की रचना किसने किया और इसका सारांश आदि के विषय में पढ़ा अब इस प्रथम भाग...
इससे पूर्व आपने प्रश्नोपनिषद् की रचना किसने किया और इसका सारांश आदि के विषय में पढ़ा अब इस प्रथम भाग...
प्रात:काल ब्राह्ममुहूर्त में उठकर नित्य-प्रति नित्य-कर्मादि प्रातःस्मरण करें । करदर्शनम् वागीशाद्या: सुमनस: सर्वार्थानामुपक्रमे । यं नत्वा कृतकृत्या: स्युस्तं नमामि गजाननम्...
श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, दूसरा विश्राम श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, दूसरा विश्राम श्री रामचरित मानस प्रथम...
श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, पाँचवाँ विश्राम श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, पाँचवाँ विश्राम श्री रामचरित मानस प्रथम...
श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, सातवाँ विश्राम श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, सातवाँ विश्राम श्री रामचरित मानस प्रथम...
श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, दसवाँ विश्राम श्री राम चरित मानस- बालकाण्ड, मासपारायण, दसवाँ विश्राम श्री रामचरित मानस प्रथम...
स्तुति अर्थात किसी की महिमा का गण करना। अतः किसी भी स्तुति की जाय वह प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी...
श्रीरामचरित मानस- सुंदरकांड, मासपारायण, चौबीसवाँ विश्राम श्री रामचरित मानस पंचम सोपान (सुंदरकांड) शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशंभुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदांतवेद्यं विभुम्। रामाख्यं जगदीश्वरं...
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गम् निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गम् तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गम् कामदहम् करुणाकरलिङ्गम् । रावणदर्पविनाशनलिङ्गम् तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥ सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गम् बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् ।...
ॐ एकदन्ताय विद्धमहे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥ Aum Ekadantaya Viddhamahe, Vakratundaya Dhimahi, Tanno Danti Prachodayat॥ Meaning of Ganesha Gayatri...
अगजानन पद्मार्कं गजाननं अहर्निशम् । अनेकदंतं भक्तानां एकदन्तं उपास्महे ॥ agajānana padmārkam gajānanam aharniśam anēka dam tam bhaktānām ēkadantam upāsmahē...
इस स्तोत्र के पाठ करने से अपार धन सम्पत्तियों और समस्त ऐश्वर्यों की अधिष्ठात्री महालक्ष्मी की कृपा से वैभव, सौभाग्य,...