नवग्रह || नवग्रह मण्डल पूजन भाग- ५ || Navagraha Mandal Puja Part-5
नवग्रह मण्डल पूजन - ग्रहों की स्थापना के लिये चित्रानुसार ईशानकोण में चार खड़ी और चार पड़ी रेखाओं का चौकोर...
नवग्रह मण्डल पूजन - ग्रहों की स्थापना के लिये चित्रानुसार ईशानकोण में चार खड़ी और चार पड़ी रेखाओं का चौकोर...
गौरी गणेश पूजन के पूर्व भाग मे आपने पढ़ा की किसी भी पूजन से पूर्व हम सबसे पहले शारीरिक शुद्धि...
अधिदेवता प्रत्यधि देवता - इससे भाग- ५ में आपने नवग्रह मण्डल पूजन के विषय में पढ़ा । अब आप सनातन...
पञ्चलोकपाल पूजा - नवग्रह मण्डल में ही क्रमश: केतू के पास गणेशजी और दुर्गाजी का तथा बृहस्पति के पास वायु,आकाश...
सोमवती अमावस्या- सोम अर्थात् चंद्र। सोमवती = चंद्रवार या सोमवार को होने वाली। ऐसा अमावस्या जो सोमवार को पड़े सोमवती...
दश दिक्पाल पूजन - भाग-७ में आपने पढ़ा की नवग्रह मण्डल में वेदी के अंदर पञ्चलोकपाल, वासतोष्पति व क्षेत्रपाल का...
गणों के ईश्वर को गणेश कहते हैं। इसे लंबोदर एकदंत,वक्रतुंड आदि नामों से भी जाना जाता है। किसी भी पुजा...
गणेश चतुर्थी - चतुर्थी महीने में दो बार आता है,एक शुक्लपक्ष को और दूसरा कृष्णपक्ष को। इन दोनों ही चतुर्थी...
यह पितृस्त्रोत PITRI STOTRA श्रीमार्कण्डेय पुराण ९७ अध्याय श्लोक ३-१३ में वर्णित है । इस स्तोत्र की महिमा और फल...
माँ दुर्गा के 32 नाम स्तोत्र का पाठ करने से बंदी शीघ्र ही मुक्त हो जाता है। असाध्य कर्मो में...
नचिकेता और यमराज के बीच हुए संवाद का उल्लेख हमें कठोपनिषद में मिलता है। शाम का समय था। पक्षी अपने-अपने...
प्राणी इस धरा-धाम में एक अनंत शून्य से खाली हांथ आता है और यहाँ पाप-पुण्य,धर्म-अधर्म,लाभ-हानि,धन-दौलत व रिश्ते-नाते बनाते हुए खाली...