दुर्गाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् || Durgashtottara Shatanama Stotram
श्रीविश्वसारतन्त्र में श्रीदुर्गाजी के १०८ नामो का पाठ दुर्गाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् का वर्णन है जिसमें कि- स्वयं भगवान् शिव ने पार्वतीजी...
श्रीविश्वसारतन्त्र में श्रीदुर्गाजी के १०८ नामो का पाठ दुर्गाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् का वर्णन है जिसमें कि- स्वयं भगवान् शिव ने पार्वतीजी...
यदि शत्रु बाधाओं से ग्रसित हो कोई उपाय न सूझ रहा हो तो महिषासुर का मर्दन करने वाली माँ महिषासुरमर्दिनि...
पिता की सभी कोड बह देत में बैठ गया और पौधों की तर विनके अमन के गाने सगा । क्या...
शुद्ध चित्त होकर माँ भगवती के प्रसननार्थ व माता के चरणों में प्रीति के लिए पूजन या सप्तशती के पाठ...
परम पूज्यपाद श्रीमहाराजजीकी जीवनकथा लिखी जाय। परन्तु वह काम हो कैसे? हमारे पास ऐसा कोई साधन नहीं था जिससे हम...
सूरदास द्वारा रचित एक खाख पदों में चुपचाप सम्मिलित कर दिया । परतु सवा लाख पदों को किंवदती पर इस...
चालीसा अर्थात् चालीस पाठ । किसी भी चालीसा को चालीस पाठ या चालीस दिनों तक पाठ किया जाता है तो...
समर्थ वालपन में सदा प्रसन्नचित्त और हास्यवदन रहते थे। रोना नो वे कभी जानते ही न थे। वे बहुत शीघ्र...
माता यशोदा को उन्हें घर लाने के लिए फुलाना पड़ता था। अतएव बच्चे का स्वभाव है कि वह रात-दिन खेल...
चन्द्र ग्रह के अनुकूलता के लिए चन्द्र के १०८ नामों श्रीचन्द्राष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ करें या इन नामों से आहुति प्रदान...
पक्षिकुलके मधुर कलरवसे मानो वह स्थान बोल रहा है, खिले हुए पुष्पोंके सौरभसे वह स्थान सुरभित हो रहा है। शान्ति,...
शासन-काल देखे । सच तो यह हैं कि उनके अनुभव बड़े महान थे, पर जो कुछ उन्होंने विश्व को दिया...