परशुरामकृत शिव स्तोत्र || Shiv Stotra by Parashuram
जो भक्तिभाव सहित इस परशुरामकृत शिव स्तोत्र का पाठ करता है, वह सम्पूर्ण पापों से पूर्णतया मुक्त होकर शिवलोक में...
जो भक्तिभाव सहित इस परशुरामकृत शिव स्तोत्र का पाठ करता है, वह सम्पूर्ण पापों से पूर्णतया मुक्त होकर शिवलोक में...
इस सर्वविघ्नहर सूर्य कवच के कारण करने वाले के संनिकट व्याधि भय के मारे उसी प्रकार नहीं जाती है, जैसे...
सूर्य स्तवन का वर्णन सामवेद में हुआ है। यह व्याधिविनाशक, सर्वपापहारी, परमोत्कृष्ट, साररूप और श्री तथा आरोग्य को देने वाला...
जो मनुष्य एकाग्रचित्त हो भक्तिभाव से प्रातः, मध्याह्न और सायंकाल इस विष्णुकृत गणेशस्तोत्र का सतत पाठ करता है, विघ्नेश्वर उसके...
जो मनुष्य मन को पूर्णतया एकाग्र करके भारतवर्ष में इस पार्वतीकृत स्तोत्र को सुनता है, उसे निश्चय ही विष्णु के...
महापुरुष स्तोत्र– ब्रह्माजी के श्राप से उपबर्हण गन्धर्व का शरीर त्याग देने पर ब्रह्मा आदि देवताओं द्वारा उपबर्हण को जीवित...
पूर्वकाल में सम्पूर्ण देवताओं के तेजःपुंज से देवी प्रकट हुई थीं। उस समय सब देवताओं ने अस्त्र-शस्त्र और आभूषण दिये...
इस श्रीराधिका त्रैलोक्यमङ्गल कवचम् का पाठ करने से साधक के लिए कुछ भी दुर्लभ नहीं होता और उसे त्रैलोक्य में...
देवी सुरभी गोलोक में प्रकट हुई। वह गौओं की अधिष्ठात्री देवी, गौओं की आदि, गौओं की जननी तथा सम्पूर्ण गौओं...
‘चण्डी’ शब्द का प्रयोग ‘दक्षा’ के अर्थ में होता है और ‘मंगल’ शब्द कल्याण का वाचक है। जो मंगल-कल्याण करने...
देवी षष्ठी की कथा व स्तोत्र- देवी षष्ठी के ध्यान, पूजन, स्तोत्र तथा विशद महिमा का वर्णन की कथा सुनाने,पढ़ने...
भगवती दक्षिणा की कथा, प्राकट्य का प्रसंग, उनका ध्यान, पूजा-विधान तथा स्तोत्र-वर्णन एवं चरित्र-श्रवण की फल-श्रुति, यह उपाख्यान सुख, प्रीति...