तुलसी उपनिषद् – Tulasi Upanishad
तुलसी उपनिषद् -तुलसी के महिमा का वर्णन वेदों तथा पुराणों में भी किया गया है। यह अनेक प्रकार के रस...
तुलसी उपनिषद् -तुलसी के महिमा का वर्णन वेदों तथा पुराणों में भी किया गया है। यह अनेक प्रकार के रस...
जो पुरुष इस रामाष्टक को एकाग्रचित्त से निरन्तर पढ़ता है, उसे किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं होता है।...
रुद्रयामल तंत्र पटल १४ में आज्ञाचक्र का ही विस्तार है। भरणी आदि २७ नक्षत्रों के स्वरूप एवं फल का विस्तार...
इस पित्रृपक्ष अपने पितरों को सपिण्डन श्राद्ध देकर पितरदेव बनावें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें। आजकल प्रायः देखा जा रहा...
जो मनुष्य यामुनाचार्य के द्वारा रचित इस दिव्य तथा कल्याणदायक श्रीरामप्रेमाष्टक-स्तोत्र का शुद्धभाव से पाठ करता है, भगवान् श्रीरामचन्द्रजी उसके...
जो मनुष्य प्रातःकाल श्रद्धा-भक्ति सहित कवि अमरदासकृत इस सुन्दर श्रीरामचन्द्राष्टक का पाठ करता है, उनके सारे भय दूर हो जाता...
मुण्डमालातन्त्र (रसिक मोहन विरचित चतुर्थ पटल) पटल १० में दुर्गा शतनाम के विषय में कहा गया है। मुण्डमालातन्त्रम् दशम: पटलः...
वैदिक परम्परा में सरस्वतीरहस्योपनिषद् के अनुसार सरस्वती की उपासना ब्रह्मज्ञान प्राप्ति का परमोत्तम साधन है। महर्षि आश्वलायन ने इसी के...
मुण्डमालातन्त्र (रसिक मोहन विरचित पंचम पटल) पटल ११ में देवी के काम-मन्दिर घर्षण (शृंगार) के विषय में कहा गया है।...
यजुर्वेद के ३२वें अध्याय में मेधाप्राप्ति के कुछ मन्त्र पठित हैं, जो मेधापरक होने से 'मेधासूक्त' कहलाते हैं। मेधा' शब्द...
सरस्वती पूजन विधि- सरस्वती माता की पूजा करने वाले को सबसे पहले शुद्धासन पर बैठकर मां सरस्वती की प्रतिमा अथवा...
स्वयं ब्रह्मा जी के द्वारा कहे गये इस कल्याणकारी सिद्ध सरस्वती स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करने से वह मनुष्य समस्त...