Month: October 2022

विष्णोरष्टाविंशतिनाम स्तोत्र – Vishnorashtavinshati Naam Stotra

प्रतिदिन सायं-प्रातः एवं मध्याह्न के समय श्रीविष्णोरष्टाविंशतिनाम स्तोत्र का स्मरणपूर्वक जप करनेवाला पुरुष सम्पूर्ण पापों से मुक्त हो जाता है...

गीतगोविन्द अष्ट पदि १- दशावतार स्तोत्र कीर्तिधवल – Geetagovinda Ashtapadi 1 Dashavatar Stotra Kirtidhaval

श्रीगीतगोविन्द के प्रथम सर्ग-सामोद-दामोदर के प्रथम सन्दर्भ-अष्टपदी में दशावतार स्तोत्र कीर्तिधवल का वर्णन हुआ है। इसके प्रथम प्रबन्ध के दश...