Mangal Dip Na Bujhane Paye-मंगल दीप न बुझने पाए
मंगल दीप न बुझने पाए। प्रबल थपेड़े खाकर उर की लौ तनिक डिग जाए पथ से पग न कही हट...
मंगल दीप न बुझने पाए। प्रबल थपेड़े खाकर उर की लौ तनिक डिग जाए पथ से पग न कही हट...
मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अचर बिहारी राम सिया राम सिया राम जय जय राम - २हो, होइहै वही...
मांग रही है माँ बलिदान माँ माँग रही है माँ बलिदान माँ माँग रही है माँ बलिदान॥ जागो-जागो सोने वालों...
मानवता के मनन मन्दिर में ज्ञान का दीप जला दो करुना निधान भगवान् मेरे भारत को स्वर्ग बना दो करुना...
मनसा सततम् स्मरणीयम् वचसा सततम् वदनीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥धृ॥ न भोग भवने रमणीयम् न च सुख शयने शयनीयम् अहर्निशम्...
మనమంతా హిందువులం అదే అదే మన అనుబంధం హిందువులం ప్రియ బంధువులం సుగుణ సింధు జల బిందువులం హిందు రాష్ట్రమును పూజిద్దాం హైందవ జాతిని సేవిద్దాం విశ్వ...
మనదేనోయ్ భారత దేశం భారత దేశం మనదేనోయ్ దిక్కులన్నియు పిక్కటిలాగా భారతమాతకు జై అనవోయ్ రాముని గన్న భారతి నీది సీతను గన్న పవిత్ర భూమి ఆంజనేయుడూ...
మనదే ఈ ప్రవహించే నిత్య సంస్కృతి మనదే సువిశాలమైన భవ్య భారతి హిమనగమ్ము సహస్రమై జాహ్నవి జాగృత ఝరియై బదరీ వనమె శిరమై మలయ శ్రేణియె కరమై...
मन समर्पित तन समर्पित मन समर्पित तन समर्पित और यह जीवन समर्पित चाहता हूँ मातृ-भू तुझको अभी कुछ और भी...
मन माझे विसावले रे संघमंदिरी स्थिरावले॥धृ॥ किती भटकलो रानोमाळी एकलाच मी सांजसकाळी भोंवतालचे भान नच मुळी ध्येयशुन्य जीवित थकले रे॥१॥...
मन मस्त फ़कीरी धारी है अब एक ही धुन जय जय भारत ॥ हम धन्य है इस जगजननी की सेवा...
मन होवो ज्वालाग्राही ध्वज उंच उंच हा राही ही ग्वाही॥ तरुणाकांक्षाचे जे जे मन मोजिल का रुधिराश्रूंचे कण धनदौलतही उधळून...