योनि कवच – Yoni Kavach
यह 'योनि-कवच' अतीव गुह्यतम अर्थात् बहुत ही गुप्त है, जिसका वर्णन भगवान शिव ने माँ पार्वती से किया है ।...
यह 'योनि-कवच' अतीव गुह्यतम अर्थात् बहुत ही गुप्त है, जिसका वर्णन भगवान शिव ने माँ पार्वती से किया है ।...
शिव पुराण के अनुसार अगहन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन ही शिव जी के अंश काल भैरव...
महाभारत शान्तिपर्व के अन्तर्गत राजधर्मानुशासनपर्व में ४७ अध्याय में वर्णित इस गङ्गापुत्र भीष्मजी द्वारा भगवान् श्रीकृष्ण की स्तुति- भीष्म स्तवराज...
स्तोत्र श्रृंखला में पराशक्ति से युक्त शिव की स्तुति करते हुए, ऋषिकेश में गङ्गा के तट पर त्रिवेणी नामक घाट...
प्राचीन काल में देवर्षि नारद के पूछने पर वृषभध्वज शिव ने श्रीविष्णु के इस कुलामृत स्तोत्र का वर्णन किया था।...
प्रह्लादकृत इस श्रीनृसिंह कवच का पाठ करने से सारे मनोरथ पूर्ण होता है और सभी रोग व बाधा दूर होकर...
जो मनुष्य इस नृसिंह स्तोत्र का जितेन्द्रिय होकर पाठ करता है, भगवान् श्रीनृसिंह निश्चित ही उसके दुःखसमूह को नष्ट कर...
भगवती गायत्री का यह दिव्य कवच सैकड़ों विघ्नों का विनाश करनेवाला, चौंसठ कलाओं तथा समस्त विद्याओं को देनेवाला और मोक्ष...
गायत्री मन्त्र के अक्षरों के क्रम से मनुष्य के शरीर के समस्त अंगों की रक्षा की प्रार्थना की गयी है।...
तन्त्र श्रृंखला में आगमतन्त्र से मायातन्त्र के पटल ७ में ग्रहण के समय में सब तीर्थों का जल सामान्य जल...
तन्त्र श्रृंखला में आगमतन्त्र से मायातन्त्र के पटल ८ में विश्वसारोक्त कुलपूजा विधान से जप आदि के द्वारा वाक्पतित्व लाभ...
तन्त्र श्रृंखला में आगमतन्त्र से मायातन्त्र के पटल ९ में शान्ति, पुष्टि आदि में कुण्डभेद से हवनविधान, कुण्ड की माप...