सहजविद्योदय स्पन्द कारिका || Sahaj Vidyoday Spanda Karika
स्पन्द कारिका के प्रथम प्रकरण में स्वरूपस्पन्द दिया गया अब द्वितीय प्रकरण में सहजविद्योदय वर्णित है। सहजविद्योदय स्पन्दकारिका अथ सहजविद्योदयास्य...
स्पन्द कारिका के प्रथम प्रकरण में स्वरूपस्पन्द दिया गया अब द्वितीय प्रकरण में सहजविद्योदय वर्णित है। सहजविद्योदय स्पन्दकारिका अथ सहजविद्योदयास्य...
कवि श्रीजयदेवजीकृत श्रीगीतगोविन्दम् प्रथम सर्ग सामोद-दामोदर चतुर्थ सन्दर्भ अष्ट पदि ४ का नाम “भ्रमर पदम्" है। चतुर्थ प्रबन्ध के श्लोक...
स जयति सिन्धुरवदनो देवो यत्पादपङ्कजस्मरणम्। वासरमणिरिव तमसां राशीन्नाशयति विघ्नानाम्॥१॥ sa jayati sindhuravadano devo yatpādapaṅkajasmaraṇam। vāsaramaṇiriva tamasāṃ rāśīnnāśayati vighnānām॥1॥ उन गजवदन...
श्रीगीतगोविन्दम् प्रथम सर्ग सामोद-दामोदर द्वितीय सन्दर्भ अष्ट पदि २ में कवि श्रीजयदेव जी भगवान के विभिन्न रूपों के गुणों की...
कवि श्रीजयदेवजीकृत गीतगोविन्द में बारह सर्ग हैं, जिनके प्रथम सर्ग का नाम सामोद-दामोदर है, इसके ४ सन्दर्भ में ४ अष्ट...
रुद्रयामल तंत्र पटल ३५ में धौती योग की विधि वर्णित है। एक हाथ से लेकर ३२ हाथ तक की धोती...
अठारह महापुराणों के अतिरिक्त जिन उपपुराणों की गणना की जाती है, उन्हीं में से एक कालिका पुराण भी है। पुराण...
कालिका पुराण अध्याय १ के कालिका अवतरण वर्णन में काम प्रादुर्भाव वर्णन का वर्णन है। श्रीकालिका पुराण ॥ श्रीगणेशायनमः ॥...
कालिका पुराण अध्याय २ में ब्रह्मा मोह का वर्णन है। श्रीकालिका पुराण ॥ ब्रह्मा मोह वर्णन ॥ अथ कालिका पुराण...
कालिका पुराण अध्याय ३ में मदन दहन का वर्णन है। अथ श्रीकालिका पुराण अध्याय ३ ॥ मदन दहन वर्णन...
कालिका पुराण अध्याय ४ में बसन्त आगमन का वर्णन है। अथ श्रीकालिका पुराण अध्याय ४ ॥ बसन्त आगमन वर्णन...
ब्रह्माजी ने प्रसन्न होकर योगनिद्रा का माहात्म्य और स्तुति कामदेव से कहा । ॥ ब्रह्मोवाच ॥ अव्यक्तव्यक्तरूपेण रजः सत्त्वतमोगुणैः ॥...