सूर्य कवच स्तोत्रं अर्थ सहित Surya Kavach Stotra with meaning
सभी ग्रहों में सबसे उच्च पद सूर्यदेवजी को दिया है, इस तरह समस्त ग्रहों के ऊपर अपना आधिपत्य रखने वाले...
सभी ग्रहों में सबसे उच्च पद सूर्यदेवजी को दिया है, इस तरह समस्त ग्रहों के ऊपर अपना आधिपत्य रखने वाले...
कल्याण वृष्टि स्तोत्र या षोडशी कल्याण स्तोत्र की रचना शंकराचार्य द्वारा की गयी है। “ ह्रीं क ए ई ल...
जो मनुष्य इस त्रैलोक्य मङ्गल नामक लक्ष्मीस्तोत्र को नित्य प्रति विधानानुसार पाठ करता है, उसको आधि, व्याधि, दुःख, शोक, भय,...
भगवान विष्णु की सहायता से देवताओं और दैत्यों ने मिलकर समुद्र मंथन किया जिसके बाद लक्ष्मी जी की कृपा से...
श्रीरामहृदय स्तोत्र के महिमा का बखान करते हुए श्रीब्रह्माण्डपुराण में वर्णित है कि- इस (अध्यात्मरामायण) में से जो पुरुष खूब...
जो परम भक्ति के साथ श्रीभुवनेश्वरी शतनाम स्तोत्र का पाठ करता है, उसे मन्त्र-सिद्धि, ब्रह्म-सिद्धि का लाभ होता हैं और...
मुण्डमालातन्त्र (रसिक मोहन विरचित नवम पटल) पटल १५ में भुवनेश्वरी-स्तोत्र, कृष्णादि पुष्पों का माहात्म्य, जवादि पुष्प-दान का फल का वर्णन...
मुण्डमालातन्त्र में वर्णित इस सर्वसिद्धिप्रद दशमहाविद्या स्तोत्र का पाठ करने से सभी मन्त्रसिद्धि होती और कुण्डलिनी जागृत होता है। अंत...
इस गणपति स्तोत्र के नित्य पाठ करने से सभी विघ्नों का नाश और सभी भय, बाधा का नाश होकर भगवान...
इस परमेश्वरस्तुतिसारस्तोत्र का गुणगान करने से मनुष्य योगिजनों के प्राप्त होने योग्य परमगति को प्राप्त कर लेता है। || परमेश्वरस्तुतिसारस्तोत्रम्...
मान्यता है कि जो व्यक्ति प्रतिदिन प्रभु श्रीराम एवं माता सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे १६ महान...
श्रीजानकीजी के सहस्र (१०००) नाम श्रवणपूर्वक उनके अष्टोत्तरशत (१०८) नाम तथा द्वादश (१२) नामों या स्तोत्र को श्रवण करके श्रीमिथिलेशजी...