Yah Bhagwa Rashtra Nishan | यह भगवा राष्ट्र निशान फहरता प्यारा
यह भगवा राष्ट्र निशान फहरता प्यारा बरसता तेज पावित्र्य स्नेह की धारा श्री विष्णु का ध्वज दंड दानवता जो उदण्ड...
यह भगवा राष्ट्र निशान फहरता प्यारा बरसता तेज पावित्र्य स्नेह की धारा श्री विष्णु का ध्वज दंड दानवता जो उदण्ड...
आज बढ़े हम सीना ताने नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम। प्रलयंकारी तूफानों में तूफानों में-तूफानों में॥ सांझ सबेरे चिन्तन...
हे ऋषिवर शत शत वंदन हे ऋषिवर शत शत वंदन हे ऋषिवर शत शत वंदन ॥धृ॥ हे महानतम संन्यासी, हिन्दुराष्ट्र...
आओ हम सब मिलकर गाएं, जग जननी की गान ॥ध्रु॥ स्वर्ण-मुकुट मस्तक पर भाता, चरणों में सागर लहराता, मलय पवन...
आओ बच्चो तुम्हे दिखाये झाकी हिन्दुस्थान की इस मिट्टि से तिलक करो यह धरती है बलिदान की॥धृ॥ वन्दे मातरम् वन्दे...
आक्रमकांशी झुंझत झुंझत समरी विजयी होउ चला आक्रमणा नच साहिल भारत गर्जुनि सांगू जगताला॥धृ॥ उन्नत शिखरे हिमालयाची पवित्र श्रध्दास्थाने अमुची...
आज एकदा पुन्हा सिंहनाद होउ दे आज एकदा पुन्हा तुतारि भेरि वाजु दे ॥धृ॥ उत्तरेस गर्जतो नगाधिराज सांगतो आग अंतरी...
आज तन मन और जीवन धन सभी कुछ हो समपर्ण राष्ट्र्हित की साधना में, हम करें सर्वस्व अपर्ण………………।…। धृत्यागकर हम...
आज मनायें रक्षाबन्धन अतीत से नव-स्फूर्ति लेकर वर्तमान में दृढ़ उद्यम कर भविष्य में दृढ़ निष्ठा रखकर कर्मशील हम रहे...
आज कैसी शुभ घड़ी है शौर्यमय आनन्द छाया त्याग का है रंग लाया प्रिय सुखद अनुराग छाया नव उषा की...
आ गया आ गया आ गया संक्रान्ति का संदेश पावन संक्रमण का पर्व यह जनमन सुहावन॥ध्रु॥ त्यागकर गत पंथ दिनकर...
! जय भारत माता, मैयाँ जय भारत माता। जे जन तुजको ध्याता, सुख सम्पद पाता।। ! जय भारत माता ।।धृ।।...