Bhakti Gyan

मृतष्टक स्तोत्र – Mrityshtak Stotra

॥ मृत्य्वष्टकम् ॥ गारुडपुराणान्तर्गतम् सूत उवाच । स्तोत्रं तत्सं प्रवक्ष्यामि मार्कण्डेयन भाषितम् । स्तोत्रम् सर्वं दामोदरं प्रपन्नोऽस्मि किन्नो मृत्युः करिष्यति...

शनैश्चरस्तोत्रम् || Shanaishchar Stotram अथ शनैश्चरस्तोत्रप्रारम्भः ।

शनैश्चरस्तोत्रम् - नवग्रहों के कक्ष क्रम में शनि सूर्य से सर्वाधिक दूरी पर अट्ठासी करोड, इकसठ लाख मील दूर है।पृथ्वी...

अग्निपुराण अध्याय २ || Agni Puran Cdhyay 2, अग्निपुराण दूसरा अध्याय

अग्निपुराण अध्याय २ में मत्स्यावतार की कथा का वर्णन है। मत्स्यावतारवर्णनम् वसिष्ठ उवाच मत्स्यादिरूपिणं विष्णुं ब्रूहि सर्गादिकारणम् । पुराणं ब्रह्म...