महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् ॥ Mahishasuramardini Strotram
यदि शत्रु बाधाओं से ग्रसित हो कोई उपाय न सूझ रहा हो तो महिषासुर का मर्दन करने वाली माँ महिषासुरमर्दिनि...
यदि शत्रु बाधाओं से ग्रसित हो कोई उपाय न सूझ रहा हो तो महिषासुर का मर्दन करने वाली माँ महिषासुरमर्दिनि...
शुद्ध चित्त होकर माँ भगवती के प्रसननार्थ व माता के चरणों में प्रीति के लिए पूजन या सप्तशती के पाठ...
चन्द्र ग्रह के अनुकूलता के लिए चन्द्र के १०८ नामों श्रीचन्द्राष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ करें या इन नामों से आहुति प्रदान...
नक्षत्रशान्ति स्तोत्रम् - जब एक जातक का जन्म होता है, तो चंद्रमा और अन्य ग्रहों में उनके विशिष्ट राशि चिन्ह...
क्रोध का मूर्तिमान स्वरूप अर्थात भगवान श्री नरसिंह और शांति या सौम्यता का मूर्तिमान स्वरूप अर्थात माँ लक्ष्मी। क्रोध व...
श्री लक्ष्मी द्वादशनाम स्तोत्रम् व श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् का पाठ करने से मां लक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न हो...
महाभारत अनुशासन पर्व के दानधर्म पर्व के अंतर्गत अध्याय १७ में शिव सहस्रनाम स्तोत्र पाठ के फल वर्णन हुआ है।...
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। उज्जयिन्यां महाकालमोंकारं ममलेश्वरम् ॥1॥ परल्यां वैजनाथं च डाकियन्यां भीमशंकरम्। सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने ॥2॥...
देवाधिदेवदेवेश सर्वप्राणभ्रीताम्वर | प्राणीनाम सिनाथस्तवम मृत्युंजय नमोस्तुते ||1|| देवानां जीवभूतोसी जीवोजीवस्या कारानाम | जगतां रक्षक हत्त्वं वै मृत्युंजय नमोस्तुते ||२||...
श्री धन्वंतरी स्तोत्र || Sri Dhanvantari Stotram ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः । सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम ॥ कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम ।...
इस ककारादि रूपमन्त्रवाली भगवती श्रीमहाकाली के सर्वसाम्राज्य मेधानामक सहस्रनाम स्तोत्रम् मंत्र को स्वयं भगवान शिव ने माता पार्वति से कहा...
अथ सहस्रनामावलिः । ॐ क्रीं काल्यै नमः । ॐ क्रूं कराल्यै नमः । ॐ कल्याण्यै नमः। ॐ कमलायै नमः। ॐ...