Ekmatra Chintan Ata-एकमात्र चिंतन आता (Marathi)
एकमात्र चिंतन आता एकची विचार भाग्यपूर्ण होईल केव्हा हिंदूभूमि थोर दुःख दैन्य जाऊनि विलया होउं दे समर्थ जन्मभूमि माझी ध्यानींमनीं...
एकमात्र चिंतन आता एकची विचार भाग्यपूर्ण होईल केव्हा हिंदूभूमि थोर दुःख दैन्य जाऊनि विलया होउं दे समर्थ जन्मभूमि माझी ध्यानींमनीं...
एकदिलाची सिंहगर्जना दिशादिशातुन घुमते रे परचक्रची भीती कशाची चक्र सुदर्शन फिरते रे॥धृ॥ सोन्याची रे लंका जळली रावण वधिला सीता सुटली...
यं वैदिका मन्त्रदृशः पुराणाः इन्द्रं यमं मातरिश्वा नमाहुः। वेदान्तिनो निर्वचनीयमेकम् यं ब्रह्म शब्देन विनिर्दिशन्ति॥ शैवायमीशं शिव इत्यवोचन् यं वैष्णवा विष्णुरिति...
एकता आज्ञांकिता का मंत्र जीवन व्याप्त हो। श्वास औ प्रश्वास में निज नेता पर विश्वास हो। स्वेच्छा से जीवन अपना...
एकता आज्ञांकिता हा मंत्र अमुचे अंतरी श्वासनिश्वासातुनी निष्ठा असे नेत्यावरी॥ अम्हीच स्वेच्छेने केले अधीन जीवन राष्ट्राच्या दिली खंडणी कर्तृत्वाची एकमुखाने...
एक साथ उच्चार करे, हम ऐसा व्यवहार करे एक मन्त्र का घोष करे, कृण्वन्तो विश्वमार्यम ॥आज नही प्राचीन समय से,...
एक नया इतिहास रचें हम एक नया इतिहास। डगर-डगर सब दुनियाँ चलती हम बीहड़ में पन्थ बनायें। मंजिल चरण चूमने...
एक-एक पग बढ़ते जायें बल वैभव का युग फिर लायें॥ जन -जन की आँखों में जल है भारत माता आज...
एक बार करवट तो बदलें सारा जग जयकार करेगा एक बार करवट तो बदलें॥ जड़ चट्टाने करवट लेंती नग उपत्यका...
एक राष्ट्र का चिन्तन मन में कोटि-कोटि जनता की जय हो भारत जननी एक हृदय हो स्नेह सिक्त मानस की...
एक अंतरी आस आमुच्या मुखांत एकच गान देशासाठी उधळू हासत फुलापरी हे प्राण ॥ धृ ॥ एक आमुची आई भारत...